Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई के रविवार (31 मार्च) को चिदंबरम संसदीय क्षेत्र में निर्धारित दौरे से कुछ घंटे पहले भाजपा के एससी विंग के प्रदेश अध्यक्ष टाडा डी. पेरियासामी ने अन्नाद्रमुक (AIADMK) का दामन थाम लिया. वह चेन्नै में अपने आवास पर पूर्व सीएम एडप्पादी के. पलानीस्वामी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए.


भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता छोड़ने के बाद AIADMK की जॉइन करने के दौरान की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेरियासामी ने कहा कि बीजेपी में दलित नेताओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया में उनसे सलाह नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनावों में वीसीके अध्यक्ष थिरुमावलवन की आसान जीत सुनिश्चित करने के लिए वेल्लोर से एक नए उम्मीदवार पी. कार्थियायिनी को चिदंबरम संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए लाए हैं.


भाजपा नेताओं पर लगाया मिलीभगत का आरोप


टाडा डी. पेरियासामी ने प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई सहित भाजपा नेताओं पर वीसीके और थिरुमावलवन के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मिलीभगत की वजह से ही उनके जैसे अनुभवी नेता को नजरअंदाज कर बीजेपी ने एक अनजान चेहरे को चिदंबरम लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है.


2 बार BJP के टिकट पर लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव


टाडा पेरियासामी विदुथलाई चिरुथिगल काची के संस्थापक नेताओं में से एक थे और थोल थिरुमावलवन के बहुत करीबी सहयोगी माने जाते थे. इससे पहले उन्होंने 2004 में चिदंबरम संसदीय क्षेत्र से 2006 और 2021 के विधानसभा चुनावों में क्रमशः वरगुर और थिट्टाकुडी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. हाल के कुछ वर्षों में उन्होंने दलित समुदाय के लाभ के लिए पंचमी भूमि के पुनर्ग्रहण की वकालत करते हुए सक्रिय रूप से कई विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. इससे लोगों के बीच उनकी पॉपुलैरिटी बढ़ी थी. माना जा रहा था कि बीजेपी उन्हें चिदंबरम संसदीय सीट से अपना उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह नए चेहरे को मौका दिया.


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