Lok Sabha Election Opinion Poll: अगले लोकसभा चुनाव की तरीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेक‍िन अलग-अलग राज्‍यों के ओप‍िन‍ियन पोल जरूर सामने आ रहे हैं. इंड‍िया टीवी-सीएनएक्‍स ने पश्‍च‍िम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों के ल‍िए ओप‍िन‍ियन पोल क‍िया है, जिसमें अनुमान जताया गया है कि तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को कृष्णानगर सीट पर बड़ा झटका लग सकता है. ओप‍िनियन पोल में दावा क‍िया गया है क‍ि इस बार कृष्णानगर सीट पर बीजेपी को अच्‍छी बढ़त म‍िल सकती है. 


तृणमूल कांग्रेस की वर‍िष्‍ठ नेता और कृष्णानगर लोकसभा सीट की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा इस बार चुनावी मैदान में यहां से होंगी या नहीं, इस बारे में अभी पार्टी ने तय नहीं क‍िया है. हालांक‍ि, ज‍िस तरह से उनकी लोकसभा सदस्‍यता गई, उसे देखते हुए पार्टी उनके प्रत‍ि पूरी सहानुभूति अगामी चुनाव में द‍िखा सकती है. इस सबके चलते ही ओप‍िन‍ियन पोल में दावा क‍िया गया है क‍ि उनको अगले चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है. 


पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय की बड़ी आबादी 


इसकी एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय की एक बड़ी आबादी यहां रहती है. बंगाल में इस समुदाय की आबादी करीब 2 करोड़ से ज्‍यादा बताई जाती है. पश्चिम बंगाल के नादिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में 40 से ज्‍यादा विधानसभा सीटों पर इस समुदाय की अच्‍छी पकड़ मानी जाती है. कृष्णानगर सीट बंग्‍लादेश की सीमा से लगी हुई है. 


7 संसदीय सीटों पर न‍िर्णायक भूम‍िका में है मतुआ समुदाय  


लोकसभा चुनाव में इस इलाके की कम से कम 7 ऐसी संसदीय सीट हैं जहां मतुआ समुदाय का वोट बेहद ही न‍िर्णायक स्‍थ‍िति में माना जाता है. इस बार लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) कानून को देश में लागू करने की पूरी तैयारी में है. इस कानून के लागू होने से बंगाल में बीजेपी इस समुदाय के वोट बैंक में बड़ी सेंध लगा सकती है. इससे उनको यहां शरण और नागरिकता मिलने की उम्‍मीद बंधती नजर आती है, जिसका फायदा बीजेपी को म‍िल सकता है.  


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