BJP Candidate Saumitra Khan: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल की बिष्णुपुर सीट से सौमित्र खान को टिकट दिया है. सौमित्र खान को टिकट मिलने के बाद इनकी काफी चर्चा हो रही है. इनका नाम सुनकर लोग समझ रहे हैं कि सौमित्र मुस्लिम हैं. उन्हें लगता है कि सौमित्र खान मुस्लिम हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. सौमित्र खान मुस्लिम नहीं हैं. यहां हम आपको बताएंगे सौमित्र खान से जुड़ी हर जानकारी. हम जानेंगे कि आखिर कौन हैं सौमित्र खान जिन्हें बीजेपी ने पहली लिस्ट में टिकट दिया है.
कौन हैं सौमित्र खान?
सौमित्र खान का जन्म 8 दिसंबर 1980 को पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के दुर्लभपुर गांव में हुआ था. इनका जन्म शुनरी जाति के बंगाली हिंदू परिवार में हुआ. इनके पिता का नाम धनंजय खान है और मां का नाम छाया रानी खान है. कहा जाता है कि इनके सरनेम का उच्चारण सौमित्र खा के रूप में होता है, लेकिन इंग्लिश में लिखते वक्त स्पेलिंग की वजह से यह खान के रूप में लिखा जाता है. सौमित्र खान एससी (अनुसूचिसूचित जाति) से आते हैं. सौमित्र की हिंदू धर्म में अच्छी आस्था है. वह अपने माथे पर तिलक और हाथ में कलावा भी बांधते हैं.
कांग्रेस से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
सौमित्र खान बिष्णुपुर से मौजूदा सांसद हैं. बात अगर उनके उनका राजनीतिक सफर की करें तो उन्होंने अपनी राजनीति कांग्रेस के साथ शुरू की थी. सबसे पहले वह कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए. वर्ष 2013 में सौमित्र ने कांग्रेस छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सदस्यता ले ली. 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने उन्हें बिष्णुपुर से टिकट दिया और इन्होंने यहां से जीत दर्ज की. इस जीत के साथ सौमित्र खान ने कम्युनिस्ट पार्टी का किला भेद दिया. यहां 1971 से 2014 तक कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद ने ही राज किया. 2019 में सौमित्र ने टीएमसी छोड़ बीजेपी का हाथ थामा और भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की.
ये भी पढ़ें