नई दिल्ली: दिल्ली से हरियाणा जाने वाले लोगों को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. हाईकोर्ट में सील किये गए हरियाणा बॉर्डर को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार के वकील ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि एसेंशियल सर्विसेज के तहत आने वाले लोगों को आने जाने से नहीं रोका जाएगा. निजी क्षेत्र के वो लोग जो है एसेंशियल सर्विसेस देते हैं उनको ई-पास जारी किया जायेगा.


हाईकोर्ट में दायर याचिका में क्या कहा गया था


दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका में सवाल उठाया गया था कि जिस तरह से हरियाणा के वो शहर जिनके सीमा दिल्ली से सटी हुई हैं उन्होंने अपने बॉर्डर दिल्ली से आने जाने वाले लोगों के लिए पूरी तरह सील कर दिया है. इसमें एसेंशियल सर्विस से जुड़े लोग के लिए भी कोई रियायत नहीं है. याचिका में यह भी बताया गया था कि इतना ही नहीं कई जगहों पर तो सड़क को भी बीच से खोद दिया गया है जिससे कि लोग बॉर्डर पार ना कर सकें.


हाईकोर्ट ने कैसे दी राहत


याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि जो भी व्यक्ति एसेंशियल सर्विसेस से जुड़े हैं और दिल्ली और हरियाणा के बीच आना जाना चाहते हैं. वह अपनी अर्जी स्थानीय प्रशासन को देंगे और स्थानीय प्रशासन को 30 मिनट के अंदर उनको ई-पास जारी करना होगा. दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने निर्देश में भी साफ कर दिया है कि एसेंशियल सर्विस से जुड़े हुए किसी भी व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन नहीं किया जाएगा तब तक जब तक उसमें कोरोना के कोई लक्षण ना नजर आए.


एसेंशियल सर्विस से जुड़े लोगों को मिलेगा ई-पास


हरियाणा सरकार के वकील ने कोर्ट को यह भी भरोसा दिलाया कि हरियाणा और दिल्ली के बॉर्डर के बीच कोई सड़क नहीं खोदी जाएगी. कोर्ट ने कहा कि अगर उन रास्तों की निगरानी करनी है तो वहां पर पुलिस को तैनात करें. जो लोग सरकारी नौकरी में है वह तो आ जा सकेंगे ही उसके साथ ही निजी क्षेत्र में जो लोग एसेंशियल सर्विसेज से जुड़े हुए हैं उनको भी स्थानीय प्रशासन द्वारा ई पास जारी किए जाएंगे. जिससे कि वह दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आ जा सकेंगे.


गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत और बहादुरगढ़ जैसे शहरों से आने जाने वाले लोगों को मिलेगी बड़ी राहत


गौरतलब है दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मरीजों को देखते हुए हरियाणा के वो शहर जिनकी सीमा दिल्ली से सटी हुई हैं उन्होंने दिल्ली से आने जाने वाले लोगों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था और बॉर्डर को सील कर दिया था. इसकी वजह से गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, बहादुरगढ़ जैसे शहरों से लोग दिल्ली में ना तो आ पा रहे थे ना ही जा पा रहे थे और इसमें वो लोग भी शामिल थे जो कि एसेंशियल सर्विसेज से जुड़े हुए थे.


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