नई  दिल्ली: भारत की राष्ट्रीय राजधानी अभी भी एक 'स्वास्थ्य आपातकाल' की स्थिति में हैं. शहर के कमजोर स्वास्थ्य ढांचे को तोड़ते हुए कोरोना वायरस ने दिल्ली में कहर बरपा रखा है. COVID-19 के मामले शहर में अपने कमजोर स्वास्थ्य ढांचे को तोड़ते हुए कहर बरपा रहे हैं. दिल्ली इस सप्ताह 19,000-21,000 COVID-19 मामलों के बीच प्रतिदिन 24-27% के बीच पॉजिटिविटी दर रिपोर्ट कर रहा है. लगभग सभी COVID परीक्षण, अस्पताल के बिस्तर, ICU बिस्तर या एक ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

कोविड प्रसार को रोकने और कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे लॉकडाउन को एक सप्ताह में दो बार बढ़ाया है. मौजूदा लॉकडाउन 3 मई को खत्म होने वाला था लेकिन 'लोकल सर्किल' के सर्वे में 75 फीसदी लोगों द्वारा लॉकडाउन बढ़ाने को सपोर्ट करने के बाद सरकार ने लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया. अब यह लॉकडाउन 10 मई को समाप्त होने वाला है.

यह जानने के लिए कि 10 मई के बाद लॉकडाउन को लेकर दिल्ली के निवासी क्या चाहते हैं, 'लोकल सर्किल' ने एक और सर्वे किया है. जिसमें 11,000 लोगों ने भाग लिया है और जो दिल्ली के सभी जिलों में किया गया है. सर्वे में भाग लेने वाले 11,000 लोगों में से 66% पुरुष थे जबकि 34% महिलाएं. जानते हैं लोगों ने क्या कहा:- 

सर्वे में पूछा गया कि क्या 10 मई के बाद भी लॉकडाउन/कर्फ्यू को बढ़ाना चाहिए या नहीं:-

  • 47% लोगों ने कहा कि लॉकडाउन 3 हफ्तों तक बढ़ा देना चाहिए.
  • 23% लोगों ने कहा कि लॉकडाउन 2 हफ्तों तक बढ़ा देना चाहिए.
  • 15% लोगों ने कहा कि लॉकडाउन 1 हफ्ते के लिए बढ़ा देना चाहिए
  • 9% लोगों ने कहा कि लॉकडाउन और तमाम पाबंदिया हटा देनी चाहिए.
  • 4% लोगों ने कहा कि सिर्फ नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू ही लगाना चाहिए. 

इस सर्वे के रिजल्ट हमें बताते हैं:- 

  • दिल्ली के 85% लोग चाहते हैं कि लॉकडाउन कम से कम 1 हफ्ते के लिए बढ़ाया जाए.
  • 70% चाहते हैं कि लॉकडाउन कम से कम 2 हफ्ते के लिए बढ़ें.
  • 47% लोग चाहते हैं कि लॉकडाउन 3 हफ्ते के लिए बढ़े.

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