Delhi Violence Live Updates: दिल्ली पुलिस ने बताया-आज हिंसा की कोई खबर नहीं, अब तक 106 लोग गिरफ्तार, 18 FIR दर्ज

दिल्ली में हिंसा से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. हिंसा को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांति बनाए रखने की अपील की है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर नाकामी का आरोप लगाते हुए हिंसा ग्रस्त इलाकों में सेना की तैनाती करने की मांग की है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 26 Feb 2020 07:44 PM
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने आज एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली के ताजा हालातों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आज हिंसा की कोई कॉल नहीं मिली और आज हिंसा की कोई खबर नहीं मिली है. छतों से पत्थर हटाए गए हैं और ड्रोन से भी हमने निगरानी की है. हमारे 112 नंबर पर कोई भी इनफॉर्मेशन शेयर कर सकते हैं और स्थिति नियंत्रण में है. साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली हिंसा में 106 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 18 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस समय मौजपुर का दौरा कर रहे हैं और उन्होंने वहां लोगों से बात की है. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस समय शांति मार्च निकाल रही हैं और उन्हें पुलिस ने जनपथ रोड पर रोक दिया है जिसके बाद वो जनपथ पर धरने पर बैठी हुई हैं. उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री और केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे हैं लिहाजा गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए.
दिल्ली हिंसा पर हाईकोर्ट में जारी सुनवाई में दिल्ली सरकार के वकील तुषार मेहता ने कहा कि अभी के हालात में पुलिस और केंद्र सरकार हालात को सामान्य करने की कोशिश कर ही है. अभी ऐसे हालात में कोई आदेश न दें. ऐसे में हालात और भी बिगड़ सकते हैं. इस पर कोर्ट ने कहा कि आप कह रहे हैं कि पुलिस के पास ऐसे कई वीडियो हैं पर आपने कोई कार्रवाई नहीं की!! आप कब कार्रवाई करेंगे जब पूरा शहर जल जाएगा!! पुलिस की ये ड्यूटी है कि वो जनता की सुरक्षा करे. कितनी और मौतों का इंतज़ार रहेगा!! कितने और नुकसान का इंतज़ार किया जाए. कोर्ट ने स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन से कहा कि आप जाइये कमिश्नर को बताइये कि हम चाहते हैं कि ऐसे सभी मामलों में एफआईआर दर्ज़ हो, कि हमको पीड़ा हो रही हैं इन हालातों से. हम नहीं चाहते कि 84 दंगे जैसे हालात बनें. जितने भी भड़काऊ वीडियो हैं उनमें मामला दर्ज कीजिये. कल इस मामले पर एक बार फिर सुनवाई होगी.
दिल्ली हिंसा पर हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है और हिंसाग्रस्त इलाकों में सेना लगाने की याचिका पर कोर्ट ने कहा है कि हम सेना तैनात करने के सवाल में नहीं जाना चाहते हैं. फिलहाल हमारा फोकस एफआईआर दर्ज करने के मुद्दे पर होना चाहिए.
दिल्ली हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. वहीं दिल्ली में हिंसा रोकने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल ने संभाल ली है. अजीत डोभाल उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी दफ्तर पहुंच चुके हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने कपिल मिश्रा के वीडियो में दिखने वाले पुलिस ऑफिसर के नाम के बारे में पूछा.

दिल्ली हिंसा पर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है और उपराज्यपाल के वकील तुषार मेहता ने कहा कि मेरी सलाह यही है कि इस मामले में जल्दबाजी में कोई आदेश न दिया जाए, क्योंकि इससे हालात और खराब भी हो सकते हैं. राहुल मेहरा ने कहा कि दिल्ली सरकार से एलजी ने सलाह नहीं ली और वकील को नियुक्त किया जो गलत है. मेरे पास इस मामले में पेश होने का अधिकार है. राहुल मेहरा ने कहा कि हमारा मानना है कि जो भी भड़काऊ भाषण दे रहा है सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ''आज बालाकोट के पराक्रम को एक साल हो रहा है, बालाकोट पर उन्होंने ऐसे ही सवाल उठाए थे. तीन साल पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर भी इन्होंने ऐसे ही सवाल उठाए थे. देश के प्रयासों में मदद करने के बजाय वो केवल राजनीति करना चाहते हैं, जिसकी हम भर्त्सना करते हैं. कांग्रेस पूछ रही है कि अमित शाह कहां थे? अमित शाह जी ने कल सभी दलों की बैठक ली, जिसमें AAP पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस दल के नेता भी उपस्थित थे. लेकिन कांग्रेस की ऐसी टिप्पणियों से पुलिस का मनोबल गिरता है.''
दिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान पर बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने पलटवार किया है. जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी टिप्पणियों से पुलिस का मनोबल गिरता है. प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ''कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जी ने थोड़े समय पहले दिल्ली की हिंसा पर जो बयान दिया हैं, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. अभी हिंसा समाप्त हो रही है, लोग जख्मी हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं और अभी जांच की शुरुआत हुई है. ऐसे में सभी पार्टियों का कर्तव्य होता है कि शांति स्थायी हो, उसके बजाय सरकार पर दोषारोपण करना बहुत गन्दी राजनीति है.''
दिल्ली हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में हिंसा को लेकर विस्तृत समीक्षा की है. प्रधानमंत्री ने लिखा, ''
दिल्ली के अलग अलग में फैली स्थिति पर व्यापक समीक्षा की. पुलिस और अन्य एजेंसियां ​​शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर काम कर रही हैं. शांति और सद्भाव हमारे लोकाचार के केंद्र में हैं. मैं दिल्ली की अपनी बहनों और भाइयों से हर समय शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं. यह महत्वपूर्ण है कि शांति और सामान्य स्थिति जल्द से जल्द बहाल हो.''

हाई कोर्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि आप पुलिस कमिश्नर को सलाह दीजिए. तुषार मेहता ने जवाब देने के लिए दोपहर 2.30 तक का वक़्त मांगा. हाईकोर्ट में पुलिस के रवैए से बहुत ज्यादा नाराजगी जताई है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि आपको क्यों लगता है कि इस मामले में और वक़्त बर्बाद करना चाहिए क्योंकि बाहर हालात बहुत खराब हैं. कोर्ट ने तुषार मेहता से कहा कि आप पुलिस से पूछिए की क्या उन्होंने ये बयान देखें. पुलिस की ओर से कोर्ट में कहा गया कि उन्होंने कपिल का नहीं देखा बाकी दोनों का देखा. कोर्ट ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा कि पुलिस की तरफ से इस तरह का जवाब आ रहा है. सीपी के कमरे में कई टीवी होंगे उन्होंने भी नहीं देखे. कोर्ट ने कपिल मिश्रा के बयान का क्लिप कोर्ट रूम में चलवाया, जिसमें डीसीपी नार्थ ईस्ट सूर्या भी साथ मे खड़े हैं.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है. कोर्ट ने पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई है. सुनवाई के दौरान उप राज्यपाल के वकील तुषार मेहता ने कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के जिन बयानों की बात हो रही है वो चुनाव के समय के और 15 दिन पुराने हैं. इस पर कोर्ट ने कहा कि तब तो ये और गंभीर हो जाता है कि 15 दिन पहले के हैं। क्योंकि ऐसे मामलों में क्या सीपी को किसकी अनुमति चाहिए मामला दर्ज़ करने के लिए?
दिल्ली में हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर कर्फ्यू लगाने और सेना तैनात करने की मांग की है. आप नेता संजय सिंह ने कहा कि परसों रात से हम पुलिस अधिकारियों से बात कर रहे हैं और लगातार अनुरोध कर रहे हैं कि दंगो को किसी भी हाल में रोका जाए. संजय सिंह ने कहा कि अगर अमित शाह और उनकी पुलिस से दंगे नहीं रोके जा रहे हैं तो अमित शाह सेना क्यों नहीं भेज रहे? दिल्ली में तुरंत सेना को भेजा जाए और दंगे भड़काने वालो पर कार्यवाही की जाए. गृहमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब तक गृहमंत्री अमित शाह ने शांति की एक अपील तक नहीं की है. क्या अमित शाह की अपनी कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती?
दिल्ली में हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर कर्फ्यू लगाने और सेना तैनात करने की मांग की है. आप नेता संजय सिंह ने कहा कि परसों रात से हम पुलिस अधिकारियों से बात कर रहे हैं और लगातार अनुरोध कर रहे हैं कि दंगो को किसी भी हाल में रोका जाए. संजय सिंह ने कहा कि अगर अमित शाह और उनकी पुलिस से दंगे नहीं रोके जा रहे हैं तो अमित शाह सेना क्यों नहीं भेज रहे? दिल्ली में तुरंत सेना को भेजा जाए और दंगे भड़काने वालो पर कार्यवाही की जाए. गृहमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब तक गृहमंत्री अमित शाह ने शांति की एक अपील तक नहीं की है. क्या अमित शाह की अपनी कोई ज़िम्मेदारी नहीं बनती?
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय के सूत्रों से बड़ी खबर सामने आई. सूत्रों के मुताबिक सरकार का मानना है कि मौजूदा हालात के मुताबिक दिल्ली के हिंसा प्रभवित इलाकों में सेना के तैनाती की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है. सेना तैनाती की मांग को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री को चिट्ठी लिखी थी.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. बता दें कि दिल्ली के हिंसा से प्रभावित इलाकों में ड्रोन कैमरों से नज़र रखी जा रही हैं. ड्रोन कैमरों से कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें दिखाई दे रही हैं.जौहरीपुर इलाके में लोगों की छतों पर पत्थर दिखाई रहे हैं जोकि छत पर जमा किए गए हैं. नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के जौहरीपुर इलाके में स्पेशल सीपी लॉ एंड आर्डर SN श्रीवास्तव हिंसा वाली जगहों का दौरा कर रहे है. पुलिस की टीम ड्रोन कैमरे लेकर दौरा कर रही है.
दिल्ली पुलिस हाई कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल करेगी. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में बताया जाएगा कि al-hind अस्पताल से जिस भी मरीज ने जाने की इच्छा प्रकट की उसे पूरी सुरक्षा दी गई. साथ ही पुलिस मुख्यालय में एक अहम बैठक चल रही है जो आज सुप्रीम कोर्ट के शाहीन बाग मामले में आए निर्णय को लेकर आगे की रणनीति तय करेगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में हिंसा को काबू करने के लिए सेना बुलाने की मांग की है. केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा है कि तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस हालात को कंट्रोल नहीं कर पा रही है. उन्होंने लिखा कि प्रभावित इलाकों में तत्काल कर्फ्यू लगा देना चाहिए. केजरीवाल ने ये भी लिखा कि वो इस बारे में गृह मंत्री को लिख रहे हैं.

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में आज सुबह सुनवाई हुई. याचिका में भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाने की मांग की गयी थी.कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि अब तक क्या कार्रवाई हुई ये बताएं? दिल्ली हाई कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में किसी आदेश की जरूरत नहीं होनी चाहिए पुलिस को खुद ही भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए। याचिका में अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा और प्रवेश वर्मा पर हिंसा भड़काने का आरोप है. मामले की सुनवाई 12.30 बजे जारी रहेगी, कोर्ट ने पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को सुनवाई के दौरान मौजूद रहने का आदेश दिया.
थोड़ी ही देर में पीएम मोदी के आवास पर कैबिनेट की बैठक होनी है. बैठक के लिए गृह मंत्री अमित शाह पीएम आवास पहुंच गए हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बैठक में दिल्ली हिंसा पर चर्चा हो सकती है. साथ ही सूत्रों ने बताया कि NSA अजित डोभाल बैठक में हालात की जानकारी देंगे.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल आज एक बार फिर हिंसा ग्रस्त उत्तर पूर्वी दिल्ली का दौरा करेंगे. एनएसए हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों से बात करेंगे. एनएसए ने कल रात भी उत्तर पूर्वी दिल्ली का दौरा किया था. एनएसए ने मुस्लिम समाज के लोगों से मुलाकात की थी और सुरक्षा का भरोसा दिलाया था. एनएसए ने किसी भी परिस्थिति से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा से निपटने और हालात पर काबू पाने के लिए दिल्ली पुलिस ने कमर कस ली है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा बलों की 15 और कंपनियां भेजी गयीं हैं. पूरे इलाके में अब केंद्रीय सुरक्षा बल की कुल 60 कंपनियां तैनात हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगी कंपनियों को हिंसा वाले इलाकों में भेजा गया. सुरक्षा बल प्रभावित इलाकों में दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ फ्लैग मार्च निकालेंगे, लगभग 15 कंपनियां राउंड द क्लॉक नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में मौजूद रहेंगी.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. वहीं मुस्तफाबाद इलाके में अभी भी पत्थरबाजी हो रही है, फ़ोर्स अंदर नही जाने दे रही है. मुस्तफाबाद से पहले बृजपुरी पड़ता है, वहां के हालात बेहद खराब है. मकानों में आग लगा दी गई है और दुकानों में तोड़फोड़ की गई है.
दिल्ली पुलिस के नए वरिष्ठ पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था एसएन श्रीवास्तव उत्तर पूर्व दिल्ली पहुंचे. पुलिस के आला अधिकारियों के साथ उत्तर-पूर्वी जिले में ही बैठक की. बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए गए कि दंगाइयों से सख्ती से निपटा जाए. साथ ही दंगाई किसी भी जाति धर्म का हो उसमें किसी भी तरह का पक्षपात न किया जाए.
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से सिलसिलेवार तरीके से हालात की जानकारी ली. रात को हुए पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा गृह मंत्री को दिया गया. हर घंटे की जानकारी हालात की गृह मंत्रालय को लगातार भेजी जा रही है. दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आज की रणनीती को लेकर बैठक होगी.

बीजेपी ने नेता कपिल मिश्रा ने आद आदमी पार्टी सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शहीद रतन लाल के परिवार को एक करोड़ रुपये देने की मांग की है. कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, ''शहीद कांस्टेबल रतनलाल जी के परिवार को तुरंत एक करोड़ रुपये का मुआवजा दीजिए? इतनी देरी क्यों? चुप्पी क्यों?''

दिल्ली की हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल रतन लाल का पार्थिव शरीर सड़क पर गाड़ी में रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं लोग. राजस्थान के सीकर में उनके पैतृक गांव में लोग धरना दिए हुए हैं. रतन लाल के परिवार वाले औऱ उनके गांव सीकर के तिहावली के ग्रामीण, गांव के पास मुख्य सड़क पर कार में पार्थिव शरीर रखकर धरने पर बैठे. इनका कहना है कि सरकार जब तक रतन लाल को शहीद का दर्जा नहीं दे देती तबतक अंतिम संस्कार नहीं होगा.
दिल्ली हिंसा में गोकुलपुरी इलाके में मारे गए हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पत्थर लगने से नहीं बल्कि गोली लगने आए हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है खुलासा, गोली उनके बाएं कंधे से घुसकर दाहिने कंधे तक पहुंच गई थी. शहीद हेड कॉन्सटेबल रतनलाल एसीपी गोकुलपुरी दफ्तर में तैनात थे. हिंसक लोगों की भीड़ को तितर-बितर करने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर लोगों ने ईंट-पत्थर बरसाए. इस हमले में हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल पूरी तरह जख्मी हुए और उनकी मौत हो गई.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में चल रही हिंसा पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आधी रात को सुनवाई की है. सुनवाई घायलों की स्थिति पर केंद्रित रही. हाई कोर्ट ने हिंसा ग्रस्त इलाकों में एंबुलेंस की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए कहा है. साथ ही, मुस्तफाबाद इलाके के अल हिंद अस्पताल में पहुंचे घायलों को बड़े सरकारी अस्पतालों में पहुंचाने का निर्देश दिया है. राहुल रॉय नाम के शख्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए रात 12:30 बजे हाई कोर्ट के जस्टिस एस मुरलीधर अपने घर पर जस्टिस जी एस सिस्तानी के साथ बैठे. सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस आलोक कुमार और डीसीपी क्राइम राजेश देव भी मौजूद रहे.

बैकग्राउंड

नार्थ ईस्ट दिल्ली में सीएए कानून को लेकर भड़की हिंसा थम नहीं रही है. दिल्ली के नार्थ ईस्ट इलाके में मंगलवार को भी उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया. जगह-जगह आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई बरतते हुए चार इलाकों मौजपुर, जाफराबाद, चांद बाग और करावल नगर में कर्फ्यू लगा दिया है.  पुलिस की टीमों ने जगह-जगह अनाउंसमेंट भी की कि लोग अनावश्यक रुप से बाहर ना निकले. उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिये गये है. मंगलवार रात 8.30 बजे के करीब जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों को हटा दिया गया.


 


देर रात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किया उत्तर पूर्वी दिल्ली का दौरा
हिंसा को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने मंगलवार रत पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक के साथ उन इलाकों का दौरा किया, जहां पर हिंसा भड़की थी. अजित डोवल सबसे पहले पुलिस कमिश्नर के साथ नॉर्थ ईस्ट जिले के डीसीपी ऑफिस पहुंचे. यहां पुलिस के अन्य आला अधिकारी, गृह मंत्रालय और आईबी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. इन अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद अजीत डोभाल ने जाफराबाद, मौजपुर, कबीर नगर, भजनपुरा, करावल नगर, गोकुलपुरी और चांद बाग आदि इलाकों का दौरा किया. जिसके बाद वे फिर एक बार वापस डीसीपी ऑफिस गए और फिर वहां से लौट गए.


 


हिंसा पर 24 घंटे गृह मंत्री ने की तीन बैठकें
हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह लगातार दिल्ली पुलिस से अपडेट लेते रहे. 24 जनवरी को रात 10 बजे से 12.30 बजे तक बैठक की. इस बैठक में दिल्ली पुलिस कमिश्ननर, गृह सचिव, आईबी के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे. इसके बाद भी दिल्ली में हिंसा नहीं थमी. गृहमंत्री ने एक बार फिर दोपहर करीब 12 बजे बैठक की.


 


इस बैठक में बीजेपी, कांग्रेस के प्रतिनिधि भी बुलाए थे और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी बैठक में शामिल हुए. मंगलवार को दोपहर में हुई बैठक के बाद भी गृह मंत्री अमित शाह ने तीसरी बैठक की. इस बैठक में. दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त एसएन श्रीवास्तव, गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे. सूत्रों ने ये भी दावा किया बैठक शाम 7 बजे शुरू हुई और 10 बजे तक चली.

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