Jammu Kashmir Poonch Attack: पुंछ आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली है. बीती 3 मई को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से भारत को लश्कर-ए-तैयबा ने धमकी दी थी. पीओके में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने सोपोर मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की मौत का बदला लेने की बात कही. वहीं, 24 घंटे बाद आतंकियों ने पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमे 1 जवान शहीद और 4 अन्य घायल हुए थे.


पीओके के रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने पिछले हफ्ते 3 मई को सोपोर मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की मौत का बदला लेने की धमकी दी थी. जिसमें आतंकियों ने यह भी कहा कि आजाद कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना, एजेंसियां और उनके एजेंट उनके पीछे लगे हुए हैं.


पुंछ में मारा गया था नदीमर्ग नरसंहार का मास्टरमाइंड मुस्तफा


दरअसल, ये बयान अमीर जिया का था, जिसका भाई जिया मुस्तफा 2021 में पुंछ में एक मुठभेड़ के दौरान मारा गया था. लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर अमीर जिया पिछले हफ्ते सोपोर में दो आतंकवादियों की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए एक सभा को संबोधित कर रहे थे.


उन्होंने आतंकवादियों की हत्या का बदला लेने का भी आह्वान किया था. जिसके 24 घंटे बाद आतंकियों ने सुरनकोट पुंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया. इसमें 1 जवान शहीद और 4 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे.


सुरक्षा बलों ने किया था ढ़ेर


लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तान आतंकी जिया मुस्तफा अक्तूबर 2021 में पुंछ के भाटा दूड़ियां के जंगलों में मारा गया था. जोकि नदीमर्ग नरसंहार का मास्टरमाइंड था. जिया मुस्तफा कोट भलवाल जम्मू जेल में बंद था, जिसे भाटा दूड़ियां के जंगलों में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए सुरक्षा बल साथ ले गए थे.


नदीमर्ग में 2003 में 24 कश्मीरी पंडितों को उतारा था मौत के घाट


पुलिस के अनुसार मुस्तफा को भाटा दूड़ियां में छिपे आतंकियों का ठिकाना पता था, लेकिन मौके पर पहुंचने पर आतंकियों की फायरिंग से मुस्तफा मारा गया. लश्कर आतंकी जिया मुस्तफा ने साल 23 मार्च 2003 को पुलवामा के नदीग्राम इलाके में 11 पुरुषों, 11 महिलाओं और दो बच्चों को उनके घरों के बाहर खड़ा करके गोली मार दी थी.


हेलीकॉप्टर और ड्रोन से हो रही आतंकियों की तलाश


इस बीच भारतीय सुरक्षाबलों ने पुंछ जिले में कई इलाकों में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी किया. यहां आतंकवादियों का पता लगाने के लिए हेलिकॉप्टर और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, रविवार सुबह शुरू हुए इस तलाशी अभियान की निगरानी जीओसी, डीआईजी और पुंछ जिले के एसएसपी सहित सेना और पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं.


ANN


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