नई दिल्ली:  तीन तलाक को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज अहम फैसला सुनाने जा रहा है. इस व्यवस्था को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दलीलें रखी गई, जबकि पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसे धार्मिक मसला बताते बुए इस पर सुनवाई न करने की मांग की थी. देश में कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें छोटी सी बात पर उनके पति ने तलाक दे दिया और एक पल में इनकी जिंदगी बर्बाद हो गई. तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं की कहानी एक जैसी है.


‘तीन तलाक’ पर आज आएगा सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, यहां जानें पूरा मामला

उत्तराखंड की शायरा बानो का दर्द

उत्तराखंड की रहने वाली शायरा बानो को उनके पति रिजवान अहमद ने तलाक दे दिया था. तीन तलाक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली मुस्लिम महिला शायरा बानो ने बताया कि उसके पति ने छह बार उसका अबॉर्शन कराया था. इतना ही नहीं बानो ने कहा कि उसका पति खुद उनको गर्भनिरोधक गोलियां देता था.

37 साल की शायरा दो बच्चों की मां है. दोनों बच्‍चे पिता के पास रहते हैं. उनका कहना है कि वह अपने बच्‍चों के साथ रहना चाहती है. शायरा ने कहा कि वो न्याय लेकर अपनी जिंदगी में वापस लौटना चाहती है.

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रुखसाना को इंसाफ की आस

उत्तर प्रदेश में लखनऊ की रहने वाली रुखसाना की सात साल पहले शादी हुई थी. पहली बार शादी से दो बच्चे हुए. पति ने तलाक दिया फिर पति पर शादी का दबाव बना, तो परिवार के ही एक सदस्य के साथ हलाला करना पड़ा. जिसके बाद पति से दोबारा शादी हुई और दो बच्चे फिर हुए. दस  महीने पहले रुखसाना को प्रताड़ित करके घर से निकाल दिया गया.

तीन तलाक से रेहाना की जिंदगी तबाह 

पीलीभीत की रहने वाली रेहाना को 18 साल शादी के बाद विदेश में रहने वाले पति ने फोन पर ही तीन बार तलाक कह कर छोड़ दिया. इसके बाद ससुरालवाले घर से निकालने में लग गए. रेहाना अड़ी रही तो उस पर एसिड अटैक हो गया.

आतिया का मामला

साल 2016 में उत्तर प्रदेश में सहारनपुर की आतिया साबरी के पति ने कागज पर तीन तलाक लिखकर आतिया से अपना रिश्ता तोड़ लिया था. 2012 में आतिया की शादी हुई, उनकी दो बेटियां हैं. उनका आरोप है कि लगातार 2 बेटियां से उनके शौहर और ससुर नाराज थे और उन्हें घर से निकालना चाहते थे. उनका कहना है कि दिसंबर 2015 में उन्हें जहर पिलाकर मारने तक की कोशिश की गई थी. इसके बाद वह अपने मायके चली गई थीं. ससुराल में आतिया को दहेज के लिए भी प्रताड़ित किया जा रहा था.

खरगौन में करीब 50 महिलाएं तीन तलाक से पीड़ित

मध्यप्रदेश के खरगौन में एक गांव ऐसा है, जहां करीब 50 महिलाएं तीन तलाक से पीड़ित हैं. इन महिलाओं को छोटी सी छोटी बात के लिए तीन तलाक दे दिया गया. ये महिलाएं अब खुल कर तीन तलाक के खिलाफ मोर्चा खोल रही है.

मुंबई की मुस्कान का दर्द

मुंबई की मदीना उर्फ मुस्कान ने लव मैरिज की थी. शादी के कुछ साल सब सही चला, लेकिन बाद में पति का रंग बदला और उसने मदीना को फोन पर तीन तलाक दे दिया.

उत्तर प्रदेश की खुशबू का दर्द

उत्तर प्रदेश की रहने वाली खुशबू को उसके पति ने फोन पर तीन तलाक दे दिया. खुशबू के मुताबिक, उसका पति शादी के बाद से उसे पैसों के लिए मारता-पीटता था और एक दिन उसे फोन पर तलाक दे दिया.

पश्चिम बंगाल की रूपा का दर्द

पश्चिम बंगाल की रूपा को शादी के तीन महीने बाद ही उसके पति ने तीन तलाक दे दिया. यही नहीं पति ने तलाक देकर उसे घर से भी निकाल दिया.

मुंबई की लुबना का दर्द

मुंबई के बांद्रा की लुबना की 11 साल पहले शादी हुई थी. अब पति ने तलाक दिया है. लुबना के मुताबिक पति ने दूसरी महिला के प्रेम में फंस कर उसे तीन तलाक दिया.

पश्चिम बंगाल की रीना का दर्द

पश्चिम बंगाल की रीना को भी फोन पर मिला तीन तलाक मिला था. सात साल पहले रीना की शादी हुई थी. शादी के तीन महीने बाद ही पति ने उसे तलाक दे दिया.

रामपुर की गुलशन परवीन का मामला

2016 में यूपी के रामपुर में रहने वाली गुलशन परवीन को नोएडा में काम करने वाले पति ने दय रुपये के स्टांप पेपर पर तीन तलाकनामा भेज दिया. गुलशन की 2013 में शादी हुई थी और उसका दो साल का बेटा भी है.

देश में ऐसी कई मुस्लिम महिलाएं हैं जिनकी जिंदगी तीन तलाक ने एक पल में बर्बाद कर दी. लेकिन आज फैसला की घड़ी आ गई है. अब देखना होगा की क्या सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुस्लिम महिलाओं का भविष्य सुधरेगा या फिर देश में इस कुप्रथा से महिलाओं की जिंदगी आगे भी बर्बाद होती रहेगी.