नई दिल्ली: देश के सभी राज्यों के 600 जिलों में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण आज से शुरू होगा. PMKVY 3.0 के तहत योजना की 2020-21 की अवधि के दौरान आठ लाख लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस पर 948.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस योजना की शुरुआत कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय करेंगे.


पीएमकेवीवाई 1.0 और पीएमकेवीवाई 2.0 से मिले अनुभव के आधार पर मंत्रालय ने इसके नए संस्करण में सुधार किया है. इसे कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई स्थिति के अनुरूप बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2015 को कुशल भारत मिशन की शुरुआत की थी. पीएमकेवीवाई से इस अभियान को रफ्तार मिली है.


कैसे उठाए योजना का फायदा
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है ताकि उनकी रोजगार पाने में मदद हो सके. युवाओं को ट्रेनिंग की कोई फीस नहीं देनी होती है, फीस का सरकार खुद भुगतान करती है. इस योजना के तहत ज्यादातर कम पढ़े लिखे या बीच में स्कूल छोड़ने वाले युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देती है.
कोई भी इच्छुक व्यक्ति http://pmkvyofficial.org पर जाकर पीएमकेवीवाई के लिए आवेदन कर सकता है.


आप किस तकनीकी क्षेत्र में ट्रेनिंग लेना चाहते हैं? इस ऑप्शन का चुनाव फॉर्म भरते समय ही आवेदक को करना होगा. इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, फिटिंग, कंस्ट्रक्शन जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्रों में ट्रेनिंग ले सकते हैं. अपने पसंदीदा तकनीकी क्षेत्र का चयन करने के बाद ट्रेनिंग सेंटर का चुनना होगा.


कौशल विकास योजना की खास बात ये है कि आपकी ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद सर्टिफिकेट भी दिया जाता है, जो पूरे देश में मान्य होता है. साथ ही सरकार नौकरी दिलाने में भी मदद करती है. कोर्स के लिए 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है.


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