Kishan Bharwad Murder: गुजरात एटीएस ने धंधुका में किशन भरवाड़ हत्याकांड में एक और शख्स गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली के मौलवी कमरगनी उस्मानी को पुलिस ने मालधारी युवक की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. एटीएस की टीम ने दिल्ली जाकर मौलवी को गिरफ्तार किया है. कमरगनी उस्मानी ने हत्या के लिए आरोपी शब्बीर चोपड़ा और इम्तियाज पठान को उकसाया था. वहीं, धंधुका हत्याकांड में गिरफ्तारियों की संख्या अब 6 तक पहुंच गई है. जानकारी के मुताबिक एक सदस्य टीएफआई और पाकिस्तान के तीन-चार संगठन के संपर्क में है.


गुजरात के अहमदाबाद जिले धंधुका में दिनदहाड़े बाइक सवार दो लोगों ने किशन भरवाड़ नाम के एक युवक पर सार्वजनिक रूप से गोलियां चला दी थी जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने शव को स्वीकारने से मना कर दिया था ओर इस घटना से जुड़े आरोपीयों को पकड़ कर सजा देने की मांग की थी. बीते गुरुवार गुजरात में हिंदु सगंठनों ओर मालधारी सबाक ने अलग-अलग कस्बों में इस घटना को लेकर बंद का ऐलान किया. पुलिस ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इलाके में जवानों को तैनात कर दिया.


बताया जा रहा है कि, इस केस की जांच के लिए पुलिस ने 7 टीम बनायी. जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरा में बाइक पर आकर फायरिंग करने वाले दोनों लोगों की तस्वीर सामने आई जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि सबसे बड़ी खबर जो सामने आई है वो ये है की किशन की हत्या जिन दो समुदाय विशेष के युवकों ने की वो पूरी तरह रेडिकलाइज्ड थे और एक सोची समझी साजिश के तहत किशन की हत्या की गई थी. जिसमें अहमदाबाद और मुंबई के दो मौलवियों के शामिल होने की खबर सामने आयी. बताया जा रहा है कि, इस हत्या के लिए हथियार देने में काम इन दोनों मौलवियों ने किया था. 


क्यों की गई किशन की हत्या 


अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने जब इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके इनकी पूछताछ शुरू की तो जो तथ्य सामने आए वह काफी हैरान कर देने वाले रहे. शब्बीर और इम्तियाज ने पुलिस को बताया कि वह अहमदाबाद के जमालपुर एरिया के एक मौलाना जरवला मोहम्मद अयूब से हत्या के लिए पिस्तौल और 5 राउंड लेकर आए थे. अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह दोनों युवक ज़रवाला मोहम्मद अयूब के संपर्क में कैसे आए और ज़रवाला मोहम्मद अयूब ने उन्हें हथियार क्यों दिए? 


शब्बीर चोपड़ा पिछले एक साल से तहरीक-फ़िरोके-इस्लाम के मौलाना कमरगनी उस्मानी के संपर्क में है. (मौलाना कमरगनी उस्मानी अपने भड़काऊ भाषणों के लिए काफी फेमस है और अक्सर मुस्लिम युवकों को इस्लाम की रक्षा की दुहाई देते हुए हथियार उठाने का संदेश देता है) अन्य कई युवकों की तरह शब्बीर भी मौलाना कमरगनी उस्मानी से काफी प्रेरित था. एक साल पहले वह उस्मानी का एक लेक्चर सुनने के लिए मुंबई गया था जहां उसकी उस्मानी से मुलाकात हुई थी. उस दौरान उस्मानी ने शब्बीर को यह बताया था कि कोई भी अगर अपने समाज या धर्म के बारे में गलत बोले तो उसे सहन नहीं करना है उसे उसी वक्त एलिमिनेट कर देना है. अगर इस काम में उसे किसी प्रकार की मदद की जरूरत हो तो अहमदाबाद के जमालपुर एरिया में जरवाला मोहम्मद अयूब नाम के मौलाना से संपर्क कर सकता है. जो उसे हर तरह की मदद प्रोवाइड करवाएगा. उसके बाद शब्बीर अहमदाबाद में ज़रवाला मोहम्मद अयूब से भी कई बार मिल चुका था. बताया जा रहा है कि करीब 4 महीने पहले कमरगनी उस्मानी अहमदाबाद भी आया था जहां शब्बीर उससे एक बार फिर मिला और उसी दौरान जरवाला मोहम्मद अयूब भी उनसे मिला और एक बार फिर तीनों के बीच इसी मुद्दे को लेकर चर्चा हुई की इस्लाम की रक्षा के लिए कभी भी हथियार उठाना पड़े तो उससे हिचकिचाना नहीं है.


विवादित पोस्ट से थे नाराज़


आपको बता दें कि किशन भरवाड़ ने 8 जनवरी को सोशल मीडिया में एक विवादित वीडियो पोस्ट किया था जिसके बाद विवाद होने पर उसने तुरंत उस वीडियो को हटा भी लिया था. साथ ही माफी मांगी थी. 9 जनवरी को शब्बीर और इम्तियाज ने उसके खिलाफ धंधुका पुलिस थाने में फरियाद भी की थी. जिसके बाद करीब 20 जनवरी को शब्बीर अहमदाबाद आकर जमालपुर में मौलाना ज़रवाला मोहम्मद अयूब से मिला और उसने ज़रवाला मोहम्मद अयूब से एक पिस्तौल और पांच राउंड गोलियां ली जिसके बाद वो इम्तियाज के साथ मिलकर करीब 5 दिन तक किशन भरवाड़ को ट्रैक करता रहा और 25 जनवरी को उसने किशन भरवाड़ पर गोली चला दी जिसके बाद उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने शब्बीर और इम्तियाज के साथ-साथ जमालपुर से ज़रवाला मोहम्मद अयूब नाम के इस मौलाना को भी गिरफ्तार कर लिया है.


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