Pinarayi Vijayan On ED: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि ईडी ने विकास संबंधी कदमों को नुकसान पहुंचाने और राज्य की प्रगति को बाधित करने के लिए ‘केरल अवसंचरना निवेश निधि बोर्ड’ (केआईआईएफबी) के खिलाफ कार्रवाई की.
केआईआईएफबी बड़ी और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए राज्य सरकार की प्राथमिक एजेंसी है. विजयन ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा कि केआईआईएफबी से मिले धन के जरिए राज्य में विकास संबंधी कार्यक्रमों को लागू किया जा रहा है.
ईडी का इरादा स्पष्ट है- पिनराई विजयन
पिनराई विजयन ने कहा कि अगर दक्षिणी राज्य में विकास को रोकना है तो केआईआईएफबी को नष्ट किया जाना चाहिए और एजेंसी के खिलाफ हालिया कदम का उद्देश्य यही है. उन्होंने जिले में पार्टी के नए क्षेत्र समिति कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘ईडी से किसी का परिचय कराने की अब कोई आवश्यकता नहीं है. वह राज्य का विकास रोकने की कोशिश कर रही है... ईडी का इरादा स्पष्ट है.’’
ईडी ने हाल में राज्य के पूर्व वित्त मंत्री टी.एम. थॉमस आइजक को केआईआईएफबी के वित्तीय लेनदेन में कथित उल्लंघन की जांच के सिलसिले में एक नोटिस जारी किया था। इसी के मद्देनजर विजयन ने यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि वाम सरकार ने जब केआईआईएफबी को पुनर्जीवित किया था, तो विपक्ष ने दिवास्वप्न बताकर इसका मजाक उड़ाया था.
एजेंसी के माध्यम से 62,000 करोड़ रुपये एकत्र किए गए- पिनराई विजयन
विजयन ने कहा कि जब यह कहा गया था कि केआईआईएफबी के जरिए 50,000 करोड़ रुपये एकत्र किए जाएंगे, तो कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने इसका विरोध किया था लेकिन पांच साल बाद एजेंसी के माध्यम से 62,000 करोड़ रुपये एकत्र किए गए. उन्होंने कहा कि अब ईडी का प्रयास केआईआईएफबी को बर्बाद करना है. उन्होंने आरोप लगाया कि केरल के विकास को बाधित करने के लिए विपक्षी कांग्रेस और भाजपा एकजुट होकर काम कर रही है. उन्होंने सवाल किया कि क्या केंद्र दक्षिणी राज्य को छोड़कर देश के विकास की योजना बना रहा है.
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