Kerala Governor Arif Muhammad Khan: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कैबिनेट मंत्रियों ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा आयोजित "एट होम" रिसेप्शन का बहिष्कार किया है. सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव केआर ज्योतिलाल एकमात्र अधिकारी थे, जो शुक्रवार (26 जनवरी) शाम राजभवन में "एट होम" में शामिल हुए.

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मुख्य सचिव और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने भी कार्यक्रम में शिरकत नहीं की. राजभवन के सूत्रों ने बताया है कि मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट मंत्रियों और प्रशासन के प्रतिनिधियों को देर शाम राजभवन में आयोजित हुए एट होम नाम से गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक आमंत्रण भेजा गया था.

बजट सत्र में केवल एक मिनट में राज्यपाल ने पूरा किया था संबोधन

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यह बहिष्कार तब किया गया है जब राज्यपाल खान ने गुरुवार को केरल विधानसभा में अपने बजट सत्र के भाषण को संक्षिप्त करके केवल एक मिनट में संबोधन पूरा कर लिया. उन्होंने कहा, "15वीं केरल विधानसभा के 10वें सत्र की शुरुआत के अवसर पर केरल के लोगों के प्रतिनिधियों के इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करना मेरे लिए सम्मान की बात है. और अब मैं अंतिम पैराग्राफ पढ़ूंगा." 

गणतंत्र दिवस परेड में भी एक दूसरे का नहीं किया अभिवादन

इस बीच, मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनों शुक्रवार सुबह सेंट्रल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए. हालांकि दोनों ने शिष्टाचार के रूप में भी एक दूसरे का अभिवादन नहीं किया. बाद में समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों को बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त होना चाहिए.‌ राज्यपाल ने यह भी कहा कि एक समाज के रूप में, "हमें सत्ता के लिए ग्रुप कंपटीशन या आंतरिक संघर्ष को शासन को प्रभावित करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.

माकपा ने राज्यपाल पर उठाए सवाल

केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पर एक दिन पहले विधानसभा में सरकार का पारंपरिक नीतिगत संबोधन जल्दी समाप्त करने को लेकर हमला बोला और कहा कि उन्होंने ‘‘अनुचित’’ तरीके से काम किया. माकपा के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने कहा, ‘‘उन्होंने (खान) उस तरह का व्यवहार नहीं किया जैसा एक राज्यपाल को करना चाहिए. उनके कार्य, उनके पद की प्रतिष्ठा के अनुरूप नहीं थे."

इस बीच, राज्य के मंत्री शिवनकुट्टी ने एक बयान में कहा कि केरल राज्यपाल के ‘‘अहंकार’’ के आगे नहीं झुकेगा. मंत्री ने आरोप लगाया कि यह संदेह करना गलत नहीं होगा कि राजभवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के निर्देशों के अनुसार काम कर रहा है, क्योंकि राज्यपाल ने अपने गणतंत्र दिवस के भाषण में अधिकांश समय केंद्र सरकार की प्रशंसा की.

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