Janamaithri Community Policing Project Problem: केरल पुलिस का चर्चित जनमैत्री कम्युनिटी पुलिसिंग प्रोजेक्ट एक बार फिर खबरों में है. हालांकि, इस बार इसकी वजह कार्यप्रणाली नहीं, बल्कि असुविधा है, जिसका सामना इस खास प्रोजेक्ट में शामिल पुलिसकर्मियों को करना पड़ रहा है. यह दिक्कत सबसे ज्यादा कोझिकोड शहर में देखने को मिल रही है. 


दरअसल, इस परियोजना के तहत रेजिडेंशियल एरिया में निगरानी गतिविधियों के हिस्से के रूप में दिन और रात की गश्त (पेट्रोलिंग) में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. इसकी वजह है ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद पेट्रोलिंग वाहनों के लिए पेट्रोल कोटे में की गई कटौती. यह समस्या सिर्फ थाने वाले वाहनों के लिए ही नहीं, बल्कि कंट्रोल रूम वाले वाहनों के साथ भी है. ऐसे में पुलिसकर्मी बहुत कम गश्त कर रहे हैं.  


इसलिए भी हो रही है दिक्कत


एक तो पहले से इनके लिए फ्यूल का कोटा तय कर दिया गया है. उसमें भी किसी मंत्री या वीआईपी के दौरे के दौरान पुलिस वाहनों की एस्कॉर्ट ड्यूटी लगातार बढ़ रही है. इससे कई बार वाहनों के लिए आवंटित फ्यूल कोटा एस्कॉर्ट ड्यूटी को पूरा करने के दौरान ही खत्म हो जाता है. एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि अतिरिक्त ईंधन की आवश्यकता को पूरा करने का एकमात्र तरीका अन्य पेट्रोलिंग गतिविधियों में कटौती करना ही है. उन्होंने कहा कि ईंधन की कमी हर महीने के अंत में पेट्रोलिंग एक्टिविटी को काफी ज्यादा प्रभावित कर रही है.


RWA पदाधिकारियों ने उठाए सवाल, कहा- बढ़ रहा क्राइम


शहर की अलग-अलग आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों का कहना है कि चोरी और चेन स्नैचिंग के मामलों में बढ़ोतरी के साथ कई उपनगरीय क्षेत्रों में रात को पुलिस की गश्त में कमी सुरक्षा की दृष्ठि से एक बड़ी चिंता का विषय है. आरडब्ल्यूए पदाधिकारी कहते हैं कि फ्यूल की कमी या कम कोटा से संबंधित मुद्दे की वजह से पेट्रोलिंग छोड़ना सही नहीं है. इन सबके बीच पुलिस सूत्रों ने कहा कि ईंधन की बढ़ती कीमतों को हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि स्टेशन हाउस अधिकारी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने उच्च अधिकारियों के प्रति जवाबदेह हैं.


क्या है जनमैत्री सुरक्षा प्रोजेक्ट?


जनमैत्री सुरक्षा प्रोजेक्ट 2008 में केरल में एक प्रमुख कम्युनिटी  पुलिसिंग परियोजना के रूप में शुरू की गई थी. इसके उद्देश्यों में अपराधों की रोकथाम, पुलिस और कम्युनिटी  के बीच सहयोग और आपसी समझ को आगे बढ़ाना और नागरिकों के बीच आपसी सहयोग को आगे बढ़ाना शामिल है.


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