Human Sacrifice Case: केरल में हुए मानव बलि से जुड़े मामले में हर दिन नई जानकारी सामने आ रही है. कोच्चि पुलिस ने दो महिलाओं की बलि के पीछे किसी अंग माफिया के होने से जुड़ी खबरों का खंडन किया है. साथ ही साफ किया है कि हाल ही में हुए दो महिलाओं की हत्या के पीछे मानव अंग व्यापार की संभावना नहीं है.  


पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने मंगलवार(19 अक्टूबर) को कहा कि प्राथमिक जांच से संकेत मिलता है कि इस मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी ने शवों को उसी तरह से काटा था जैसे कसाई मांस काटता है. ऐसे में अंग प्रत्यारोपण मुमकिन नहीं है.  पुलिस आयुक्त ने कहा कि आरोपी के खिलाफ कई वैज्ञानिक और तकनीकि सबूत मिले है.


पुलिस ने क्या कहा? 
पुलिस आयुक्त नागराजू ने कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं मिले कि मानव बलि और लोग पीड़ित है. लापता से जुड़े दूसरे मामलों की जांच की जा रही है. गुमशुदगी और मानव बलि के मामलों के बीच संबंध को लेकर कोई सबूत नहीं मिले है. आरोपियों के कई फोन भी जब्त किए. साथ ही बताया कि जांच टीम कई और सबूतों को जमा करने में जुटी है. मुख्य आरोपी शफी ने अपने साथी आरोपियों के प्रभाव में आकर ऑर्गन ट्रेड की बात कहकर गुमराह करने की कोशिश की है. इसके अलावा कहा कि शफी पुलिस को भटकाने के लिए नई-नई कहानियां बना रहा है.
 
कोच्चि के डीसीपी एस. शशिधरन ने जानकारी दी कि मृतक महिला पद्मा के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है. उनके परिजनों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं. इस बीच मंगलवार(18 अक्टूबर) को जांच टीम ने मुख्य आरोपी शफी को चित्तूर के कृष्णा अस्पताल लेकर गयी. ऐसा कहा जा रहा है कि शफी पीड़िता महिला पद्मा को यहीं से पठानमथिट्टा जिले के अरनमुला के पास एलंथूर ले गया था. दूसरे आरोपी भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला इधर ही मसाज सेंटर चलाते थे. यहां पर ही दो महिलाओं की बेहरहमी से हत्या कर दी.


मामला क्या है?
लापता दो महिलाओं के शवों के अवशेषों को पठानमथिट्टा जिले में भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला के आवास के पास गड्ढों से निकाला गया था.  मानव बलि से जुड़े इस मामले में केरल पुलिस ने इन तीनों (भगवल, लैला और शफी) आरोपियों को 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था.  मृतकों की पहचान कदवंथरा निवासी 52 साल की पद्मम और कालड़ी निवासी 50 साल की रोसिली के रूप में हुई थीं. दोनों 26 सितंबर से गायब थी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी केरल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार हफ्ते के भीतर इस मामले में रिपोर्ट मांगी है.


यह भी पढ़ें-


Kerala Human Sacrifice: खोजी कुत्तों और आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर ले गई एसआईटी, खुदाई में निकलीं हड्डियां