केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार को एक बार फिर दोहराया कि केरल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लागू नहीं करेगा. इतना ही नहीं उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. 


विजयन की पार्टी INDIA गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी है. इसके बावजूद विजयन ने CAA पर कांग्रेस के स्टैंड की आलोचना की. उन्होंने पूछा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी चुप क्यों हैं? विजयन ने कहा, केरल न तो झुकेगा और न ही CAA के मुद्दे पर चुप बैठेगा. विजयन की ये प्रतिक्रिया गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्यों के पास CAA लागू करने को लेकर कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि नागरिकता केंद्र का विषय है. 


CAA पर आमने सामने कांग्रेस और विजयन


कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने गुरुवार को कहा कि विजयन भारत के लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं क्योंकि यह भारत में हर जगह लागू होगा. विजयन ने कांग्रेस पर सीएए के खिलाफ संयुक्त मोर्चे से पीछे हटने का आरोप लगाया. विजयन ने कहा कि CAA भारत के विचार के लिए चुनौती है और धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देता है. 


केंद्र सरकार ने सोमवार को CAA लागू करने का नोटिफिकेशन जारी किया था. कई विपक्षी नेताओं ने केंद्र के इस कदम की ओलोचना की है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, केरल के सीएम पी विजयन ने CAA का विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.


अमित शाह बोले- वापस नहीं लिया जाएगा CAA


उधर, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में साफ कर दिया कि CAA को वापस नहीं लिया जाएगा. शाह ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, क्या इनके पास CAA लागू न करने का अधिकार है? शाह ने कहा, इन नेताओं को पता है कि उनके पास अधिकार नहीं है, क्योंकि नागरिकता से संबंधित नियम बनाने का अधिकार संसद के पास है. यह केंद्र का मामला है.