नई दिल्ली: केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने अपने पत्र में एयरपोर्ट को प्राइवेट कंपनियों को दिए जाने के कदमों का विरोध किया है. बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज ही तीन और हवाई अड्डों जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत लीज पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज लिया है फैसला

गौरतलब है कि आज ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जयपुर, गुवाहटी और तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट्स को लीज पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ये मंजूरी सरकार ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत दी है. इसका मतलब है कि ये तीनों एयरपोर्ट अब निजी कंपनियों के हाथों में चले जाएंगे.

उल्लेखनीय है कि फरवरी 2019 में प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के बाद पीपीपी मॉडल के माध्यम से अडानी एंटरप्राइजेज ने छह हवाई अड्डों ‘लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी’ के परिचालन के अधिकार हासिल किये थे. ये छह हवाई अड्डे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के स्वामित्व में हैं.

अडानी एंटरप्राइजेज ने 14 फरवरी 2020 को एएआई के साथ तीन हवाई अड्डों ‘अहमदाबाद, मंगलुरु और लखनऊ’ के लिये समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. मंत्रिमंडल ने इन तीन हवाई अड्डों को अडाणी को पट्टे पर देने के प्रस्ताव को जुलाई 2019 में मंजूरी दी थी.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मंत्रिमंडल ने पीपीपी मॉडल के माध्यम से जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डों को पट्टे पर देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. उन्होंने कहा, ‘‘एएआई इन हवाई अड्डों को स्थायी रूप से निजी ऑपरेटर को नहीं दे रहा है. वे 50 साल तक इन हवाई अड्डों को चलाने के बाद इन्हें वापस एएआई को सौंप देंगे.’’

अभी इन छह हवाई अड्डों का स्वामित्व और प्रबंधन सरकार की तरफ से संचालित एएआई करता है. मंत्री ने कहा कि जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम में हवाई अड्डों को पट्टे पर देने के एवज में निजी कंपनियों से एएआई को 1,070 करोड़ रुपये मिलेंगे. इस राशि का इस्तेमाल छोटे शहरों में हवाई अड्डों के विकास के लिये किया जायेगा.

जावड़ेकर ने कहा, ‘‘इन हवाई अड्डों को पट्टे पर देने का एक और फायदा यह है कि यात्रियों को अच्छी सेवाएं मिलेंगी.’’

कोविड-19 के कारण एएआई ने इस साल जून में अडाणी को इन तीन हवाई अड्डों अहमदाबाद, मंगलुरु और लखनऊ’ का प्रबंधन संभालने के लिये तीन और महीने दिए. इसका मतलब है कि उसे इनका प्रबंध सभालने के लिए 12 नवंबर तक का समय है.

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र के दूरदर्शी नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण निर्णय में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में स्थित तीन अन्य हवाई अड्डों को पीपीपी आधार पर पट्टे पर देने की मंजूरी दे दी है.’’

उन्होंने कहा कि इन हवाई अड्डों पर पीपीपी से न सिर्फ हवाई यात्रियों को कुशल और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मुहैया कराने में मदद मिलेगी, बल्कि राजस्व बढ़ाने में भी एएआई को मदद मिलेगी. इससे एएआई टियर- II और टियर III शहरों में अधिक हवाई अड्डों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा.