HD Kumaraswamy: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) ने अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को साथ में लड़ने का फैसला किया है. कुछ दिन पहले जेडीएस ने औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने की घोषणा भी कर दी. इस गठबंधन के बाद जेडीएस में अंदरूनी कलह मचनी शुरू हो गई.


दरअसल, पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं ने बीजेपी से गठबंधन के फैसले के बाद अपने आगे के भविष्य पर चर्चा करने के लिए बीते रविवार को एक बैठक की. इस बैठक में पार्टी नेताओं ने एनडीए में शामिल होने के फैसले पर असंतोष व्यक्त किया. इसके बाद खबरें आने लगीं कि कुछ मुस्लिम नेताओं ने तो पार्टी भी छोड़ दी. मामले पर जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है.


क्या बोले एचडी कुमारस्वामी?


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, “नुकसान का कोई सवाल ही नहीं है. कोई भी इस्तीफा नहीं दे रहा है, कुछ कार्यकर्ता इस्तीफा दे सकते हैं.” वहीं अल्पसंख्यक नेताओं की बैठक में फैसला किया गया कि पार्टी में रहने या फिर इस्तीफा देने से पहले पार्टी के सभी मुसलमान नेताओं की राय ली जाएगी. इसके कर्नाटक के हर जिले का दौरा किया जाएगा और मामले पर कार्यकर्ताओं से बात की जाएगी. एक राय बनने के बाद ही सभी नेता पार्टी छोड़ने पर फैसला करेंगे.






एक नेता ने छोड़ी जेडीएस


इससे पहले रविवार को ही जेडीएस के कर्नाटक उपाध्यक्ष सैयद शैफुल्ला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा था, “जेडी (एस) ने एक ऐसी पार्टी से हाथ मिलाया है जो समुदायों और जाति के बीच दरार पैदा करती है. पार्टी में धर्मनिरपेक्ष नेता इस कदम का विरोध कर रहे हैं."


बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जनता दल (सेक्युलर) ने शुक्रवार (22 सितंबर 2023) को कर्नाटक में बीजेपी के साथ गठबंधन की घोषणा की और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का ऐलान भी किया. पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह घोषणा की थी.


ये भी पढ़ें: कर्नाटक में जेडीएस के एनडीए में शामिल होने से कितना बदलेगा समीकरण, कांग्रेस पर क्या होगा असर?