Ram Mandir Construction: श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है. अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु इसमें सहयोग कर रहे हैं. कार्नाटक के मंत्री डॉ. सी एन अश्वथ नारायण (C. N. Ashwath Narayan) की अध्यक्षता में 150 समर्थकों का दल गुरुवार (15 दिसंबर) को अयोध्या पहुंचा. यहां उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ भगवान रामलला के दर्शन किए और राम मंदिर निर्माण में योगदान देने के लिए कर्नाटक के रामनगर जिले से लाई गई चांदी की ईंट अर्पित की.

  


मंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस मौके पर देवी सीता के लिए रेशम की साड़ी और भगवान राम और लक्ष्मण को रेशम की शॉल भेंट की. कर्नाटक सरकार में उच्च शिक्षा और आईटी, बीटी विभागों को संभालने वाले नारायण रामनगर के जिला प्रभारी मंत्री भी है.


एक बयान में कहा गया कि मंत्री नारायण ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों को चंदा दिया. बयान में ये भी कहा गया कि कर्नाटक मूल के पुजारी गोपाल भट और उनके सहयोगियों ने चांदी की ईंट, रेशम की साड़ी और शॉल की पूजा की. साथ ही इसमें ये भी कहा गया कि पुजारियों ने अयोध्या की पवित्र मिट्टी भी भक्तों को सौंपी. कर्नाटक के मंत्री नारायण ने कहा कि पवित्र मिट्टी को रामनगर जिले के रामदेवरा बेट्ट ले जाया जाएगा और वहां की मिट्टी में मिलाया जाएगा. 


राम दर्शन के बाद बोले नारायण 


कर्नाटक के मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने रामलला का दर्शन कर कहा कि राम जन्मभूमि हमारी प्रेरणा है. ये हमारी पहचान भी है. उन्होंने कहा कि हम जिस जिले से आते हैं उसका नाम रामनगर है. उन्होंने कहा कि जब भगवान राम वनवास गए थे, तो उस दौरान रामनगर में रुके थे. उस समय रामनगर का नाम रामदेवरा बेट्ट था बाद में रामदेवरा बेट्ट का नाम बदलकर रामनगर कर दिया गया. मंत्री नारायण ने कहा कि रामनगर में जिस स्थान पर भगवान राम रुके थे उसी स्थान पर राम ने शिव की आराधना की थी. उन्होंने कहा कि इसलिए भगवान राम से उस स्थान का बहुत पुराना संबंध है. 


कर्नाटक के मंत्री ने दिया राम मंदिर पर बयान 


कर्नाटक के मंत्री ने कहा कि लोगों की इच्छा थी कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बने. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में मंदिर का निर्माण हो रहा है. नारायण ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम मंदिर का काम संचालन कर रहे हैं. कुछ दिन पहले एक सभा में मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि मंदिर का आधा काम पूरा हो चुका है. यह 2023 के आखिर तक पूरा हो जाएगा. इस बात को दोहराते हुए कर्नाटक के मंत्री नारायण ने कहा कि जनवरी 2024 में मंदिर के उद्घाटन को लेकर हम लोग बहुत खुश और उत्साहित हैं. आपको बता दें कि कर्नाटक के रामनगर जिला रेशम के लिए बहुत मशहूर है. 


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