कर्नाटक में कोरोना के कहर अब भी बरकार है वहीं तीसरी लहर की भी जल्द आशंका जतायी जा रही है. ऐसे में अब सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए सीधे कंपनियों से संपर्क कर खरीदने का फैसला लिया है. राज्य के उपमुख्यमंत्री सी. एन अश्वथ नारायण ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्लोबल टेंडर के तहत जिन दो कंपनियों ने टेंडर सौंपा है उन्होंने अब जरूरी दस्तावेज अब तक नहीं सौंपे हैं.


उपमुख्यमंत्री ने बताया, 15 को जारी एक शॉर्ट-टर्म ग्लोबल टेंडर के जवाब में दो कंपनियों ने आवेदन सौंपा लेकिन उन्होंने जरूरी दस्तावेज नहीं सौंपे साथ ही डिजिटल बैठक में कंपनी के प्रतिनिधियों ने हिस्सा भी नहीं लिया जिसके चलते ये फैसला लिया गया कि कंपनियों से सीधा संपर्क किया जाएगा.  


सरकार इंतजार करने की बिल्कुल स्थिति में नहीं है


उपमुख्यमंत्री के बयान के मुताबिक कंपनियों के साथ संवाद की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. इसका मुख्य कारण है कि कर्नाटक सरकार इंतजार करने की बिल्कुल स्थिति में नहीं है. वहीं, कोरोना की तीसरी लहर की संभावना भी बनी हुई है जिसके चलते सरकार रिस्क भी नहीं लेना चाहती.


आपको बता दें, मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बीते दिनों कहा था कि सरकार ने तीन करोड़ वैक्सीन की खरीद का ऑर्डर दिया है. उन्होंने इस मामले में और जानकारी देते हुए बताया कि इन तीन करोड़ वैक्सीन में दो करोड़ कोविशील्ड हैं और एक करोड़ कोवैक्सीन हैं.


मामले कम नहीं हुए तो लॉकडाउन जारी रहेगा- राजस्व मंत्री


बता दें, राज्य में 10 मई से लगा लॉकडाउन अब भी जारी है. राजस्व मंत्री अशोकर ने बताया कि लॉकडाउन राज्य में 7 जून तक बढ़ा दिया गया है और उसके बाद इसे कई क्षेत्रों में चरण के अनुसार खोलने की अनुमति मिली है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर संक्रमण के मामले कम नहीं होते दिखे तो लॉकडाउन को जारी रखा जाएगा.


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