Karnataka Election 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है, सभी राजनीतिक पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट और चुनावी रणनीति को तैयार करने में जुटी हुई हैं. इसी बीच कांग्रेस नेतृत्व ने अनौपचारिक रूप से पार्टी उम्मीदवारों और पदाधिकारियों को चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी पर सीधे हमला करने से बचने का सुझाव दिया है. 

कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अपनी पार्टी इकाई को कहा है कि अगर हम मोदी के खिलाफ कुछ कहेंगे तो इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाएगा और चुनाव के नैरेटिव को बदलने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों के अर्थ को बदल देने का भी जिक्र किया है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस केंद्र सरकार की नाकाम हुई नीतियों के आधार पर बीजेपी और पीएम मोदी को घेरने की कोशिश करेगी. 

कर्नाटक में क्या है कांग्रेस की रणनीति?कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में केंद्र और राज्य सरकार की नीतिगत विफलताओं के साथ-साथ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश करेगी. इसके अलावा कांग्रेस इस बार चार बड़े चुनावी वादों के साथ चुनाव में उतर रही है.

उसने राज्य में अपनी सरकार बनने पर लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, परिवारों की महिला मुखियाओं को 2,000 रुपये प्रति माह, बेरोजगार ग्रेजुएट को 3,000 रुपये प्रति माह और प्रत्येक बीपीएल परिवार के सदस्य को 10 किलो चावल देने का भी वादा किया है.

केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष रामलिंगा रेड्डी ने कहा, हमारा चुनावी मुद्दा राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार की नाकामी, 40% कमीशन चार्ज, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे होंगे और इन आरोपों पर ही हम बीजेपी को घेरेंगे. सूत्रों के मुताबिक, सूत्रों के मुताबिक ये निर्देश 124 उम्मीदवारों को टिकट बांटने के दौरान दिए गए थे. उन्होंने कहा, इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार, विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और एआईसीसी महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे. 

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