कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार (24 अक्टूबर, 2025) को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में सिर्फ उपयुक्त व्यक्ति से ही बात करेंगे. वह मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बेटे और विधान परिषद सदस्य यतींद्र सिद्धरमैया के इस बयान पर टिप्पणी कर रहे थे कि राज्य के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली उनके पिता के समान प्रगतिशील विचारधारा वाले नेता हैं.

Continues below advertisement

उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में पत्रकारों से कहा, ‘मैं अभी कुछ नहीं बोलूंगा, लेकिन जिनसे बात करनी होगी, उनसे बात करूंगा.’ वह एक पत्रकार के उस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यतींद्र को नोटिस क्यों नहीं दिया गया, जो नेतृत्व परिवर्तन के बारे में बोल रहे थे.

सिद्धारमैया के बेटे ने क्या दिया था बयान?

Continues below advertisement

यतींद्र ने बुधवार (22 अक्टूबर, 2025) को बेलगावी जिले के चिक्कोडी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘सिद्धारमैया अपने राजनीतिक करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं. ऐसे समय में वैचारिक रूप से प्रगतिशील सोच रखने वालों का मार्गदर्शन और नेतृत्व करने के लिए एक नेता की आवश्यकता है.’ उन्होंने कहा था कि मंत्री सतीश जारकीहोली भी इसी तरह की प्रगतिशील विचारधारा वाले नेता हैं.

कांग्रेस के दो अन्य नेताओं को पहले दिया गया था नोटिस

हाल ही में कांग्रेस के दो विधायकों एचडी रंगनाथ और एचए इकबाल हुसैन को उनके इस बयान के लिए नोटिस दिया गया था कि डीके शिवकुमार को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनना चाहिए. नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच यतींद्र के इस बयान से ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या वह अपने पिता के उत्तराधिकारी के बारे में बात कर रहे हैं.

सिद्धारमैया ने कई बार किया कार्यकाल पूरा करने का दावा

मुख्यमंत्री पद में बदलाव की चर्चाओं के बीच सिद्धरमैया लगातार दोहराते रहे हैं कि वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. मई 2023 में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा थी. कांग्रेस शिवकुमार को मनाने में सफल रही थी और उन्हें उप-मुख्यमंत्री बनाया गया था.

यह भी पढ़ेंः आंध्र प्रदेश बस हादसा: नींद में ही मौत के आगोश में समा गए यात्री, शवों की पहचान करना भी मुश्किल