बेलगावी: सोमवार से शुरू हो रहा कर्नाटक विधानसभा का सत्र हंगामेदार हो सकता है. इसकी वजह यह है कि विपक्षी बीजेपी किसानों की आत्महत्या, किसानों के कर्ज माफ करने में कथित हीलाहवाली को लेकर सरकार को सदन में घेरने की तैयारी में है. सत्तारूढ़ जनता दल (सेक्युलर) और कांग्रेस गठबंधन में भी खींचतान कम नहीं है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रही देरी की छाया भी इस सत्र में देखने को मिल सकती है.
भगवा दल पहले ही कह चुका है कि वह बेलगावी में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगा. माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन में करीब एक लाख किसान भाग ले सकते हैं. कर्नाटक में कम बारिश की वजह से 24 जिलों के 100 तालुकों को सूखा प्रभावित घोषित किया जा चुका है. बीजेपी नेता राज्य सरकार को राहत और दूसरे उपायों देने की मांग को लेकर अपने तेवर सख्त कर चुके है.
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नेता प्रतिपक्ष बी एस येदियुरप्पा ने कहा, "मुख्यमंत्री ने खुद को पुराने मैसूर इलाके में ही समेट कर रख लिया है. हम सदन के भीतर और बाहर किसानों के मुद्दों को उठायेंगे. कल, हम एक लाख किसानों के साथ एकत्र हो रहे हैं ताकि सरकार को सख्त संदेश दिया जा सके." बीजेपी के पास इस 224 विधानसभा सदस्यों वाले राज्य में 104 विधायक है. बीजेपी का आरोप है कि छह महीने सत्ता में आने के बाद भी सरकार अंगड़ाई ही ले रही है.
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