Jack Dorsey Lies: ट्विटर के को-फाउंडर रहे जैक डॉर्सी ने किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार की ओर से माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर बनाए गए दबाव को लेकर सनसनीखेज दावा किया है. जैक डॉर्सी ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान भारत की तरफ से ट्विटर को कई अकाउंट्स को ब्लॉक करने की सिफारिश की गई थी. उनके इस दावे पर सियासी कोहराम मचा हुआ है. इस बीच पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बड़ा बयान दिया है.


राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि जैक डॉर्सी ने ऐसा बयान क्यों दिया. उन्होंने कहा, 'केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये झूठ है. वो (जैक डॉर्सी) झूठ क्यों बोलेंगे? जैक डॉर्सी झूठ के पास झूठ बोलने का कोई कारण नहीं है.'


दूूसरों के पास झूठ बोलने की कई वजह हैं- कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल ने कहा, 'जैक डॉर्सी न बीजेपी के खिलाफ हैं, न सरकार के खिलाफ. ट्विटर किसी के खिलाफ क्यों होगा? वो व्यापार कर रहे हैं. हां, दूसरों के लिए झूठ बोलने की जरूर कई वजहें हो सकती हैं, क्योंकि वो इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं.'


उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होगा तो उनके साथ वहीं होगा जो दूसरों के साथ हुआ. कोई अपनी नौकरी नहीं खोना चाहता है. सिब्बल ने आगे कहा कि ये बहुत गंभीर आरोप हैं, जब जैक डॉर्सी ट्विटर में थे तो उन्होंने देश की संप्रभुता को सम्मान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इस पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया? ये हमारी सरकार का कर्तव्य था कि ट्विटर अगर देश की संप्रभुता का सम्मान नहीं कर रहा था तो उसे बंद करते. 


जैक डॉर्सी ने किया क्या दावा?
जैक डॉर्सी के दावे के अनुसार, किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार की आलोचना करने वाले कई ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करने के लिए कई बार कहा गया था. जिनमें कई पत्रकार भी शामिल थे. उन्होंने दावा किया कि ऐसा करने के लिए ट्विटर पर दबाव बनाया गया. 


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