Anti National Slogans In JNU: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन कैंपस की दीवारों पर लिखे जाने वाले देशविरोधी नारों की घटनाओं की जांच के लिए एक समिति का गठन करेगा. यह जानकारी सोमवार (2 अक्टूबर) को एक अधिकारी ने दी. फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि दीवार पर यह स्लोगन किसने लिखे.


यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह फैसला स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज की इमारत की दीवार पर लिखे 'भारत अधिकृत कश्मीर, फ्री कश्मीर और भगवा जलेगा' जैसे नारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लिया है. 


दीवारों को फिर रंगा गया
फिलहाल प्रशासन ने दीवारों का रंग-रोगन करा दिया गया है, ताकि यह स्लोगन दिखाई न दें. जेएनयू रेक्टर सतीश चंद्र गरकोटी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "हम अपने सुरक्षा अधिकारी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और उनके सुझावों मिलने के बाद हम इस मुद्दे से निपटने के लिए कदम उठाएंगे.'' 


मामले की जांच जारी
गारकोटी ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने कैंपस में 'राष्ट्र-विरोधी' नारों की घटनाओं की जांच के लिए एक समिति गठित करने की योजना बनाई है. फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि दीवार पर यह स्लोगन किसने लिखे.


'प्रोफेसरों की नेम प्लेट पर पोती गई कालिख'
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों ने दावा किया कि स्कूल ऑफ लैंग्वेज लिटरेचर एंड कल्चरल स्टडीज-II की दीवारों पर इस तरह के नारे लिखे हुए थे, लेकिन बाद में उन पर सफेदी कर दी गई. उन्होंने बताया कि कुछ प्रोफेसरों की नेम प्लेट पर भी कथित तौर पर कालिख पोत दी गई. कुछ जगहों पर कथित तौर पर स्याही पोती गई है.


पहले भी दीवारों पर लिखे गए थे नारे 
यह पहला मौका नहीं है, जब शैक्षणिक संस्थान की दीवार पर इस तरह के स्लोगन लिखे मिले. पिछले साल दिसंबर में भी जेएनयू की दीवारों पर इसी तरह के नारे लिखे गए थे. 


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