राम नवमी पर जेएनयू कैंपस में लेफ्ट समर्थित छात्रों और एबीवीपी समर्थित छात्रों के बीच हुए विवाद ने हिंसक झड़प का रूप ले लिया. रविवार देर शाम दोनों ही छात्र गुटों में मारपीट भी हुई, जिसके बाद इस मामले में पुलिस को भी बुला लिया गया. इस पूरे विवाद को लेकर दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. लेफ्ट समर्थित छात्रों का आरोप है कि एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल की कैंटीन में नॉन वेज बनाए जाने पर आपत्ति जताते हुए ये झगड़ा शुरू किया, वहीं एबीवीपी के छात्रों का कहना है कि नॉन वेज एक बहाना है, असल मे लेफ्ट संगठनों को ये बात रास नहीं आयी कि जेएनयू में रामनवमी की पूजा की जा रही है.


वहीं जेएनयू छात्रसंघ के पदाधिकारियों और छात्रों ने रविवार देर रात को वसंतकुंज नार्थ थाने पर इकट्ठे होकर प्रदर्शन किया और एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की. प्रदर्शन आधी रात के बाद लगभग 2:30 बजे तक चला. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्रसंघ द्वारा दी गयी शिकायत पर एबीवीपी के अज्ञात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. दूसरी ओर एबीवीपी के छात्रों द्वारा दी गयी शिकायत पर भी लेफ्ट समर्थित अज्ञात छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गयी है.


किन धाराओं में FIR दर्ज
पुलिस के अनुसार जेएनयू छात्रसंघ की तरफ से जो शिकायत दी गयी थी, उसमें एसएफआई, डीएसएफ और एआईएसए के छात्र छात्राएं शामिल हैं. शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की 323/341/509/506/ 34 धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि जांच कर पूरे घटनाक्रम की सही जानकारी इकट्ठा की जा रही है. सबूत एकत्र किए जा रहे हैं. इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से भी सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच अलग अलग छात्र-छात्राओं द्वारा शिकायत दी गई है. जिसके बाद लेफ्ट समर्थित अज्ञात छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323/341/509/506/ 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. दोनों ही एफआईआर वसंतकुंज नार्थ थाने में दर्ज की गई हैं.


क्या है झगड़े की वजह 
जेएनयू कैंपस में राम नवमी को हुए विवाद में दोनों पक्ष एक दूसरे पर विवाद की शुरुआत करने का आरोप लगा रहे हैं. इतना ही नहीं दोनों झगड़े की वजह भी अलग अलग बता रहे हैं. 


लेफ्ट समर्थित छात्रों का पक्ष
लेफ्ट छात्रों द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार ये दावा किया गया है कि 10 अप्रैल की दोपहर बाद 3:45 पर उस समय विवाद की शुरुआत हुई, जब एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल की कैंटीन में मीट लाने वाले वेंडरों के साथ धक्का-मुक्की की. जब मैस कमेटी के 2 सदस्यों ने बीच-बचाव कराना चाहा तो उनके साथ भी बदतमीजी की गई. इसके बाद से ही बहसबाजी व तनाव का माहौल बना रहा. शाम 7:30 बजे काफी बहस और नारेबाजी के बाद एबीवीपी के छात्रों ने मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने पत्थर फेंके, गमले भी तोड़े गए, रॉड से भी हमला किया गया. छात्राओं के साथ भी मारपीट व बदतमीजी की गई.


लेफ्ट छात्रों का दावा है कि शाम 4 बजे से ही पुलिसवालों को भी जानकारी दी गयी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. जेएनयूएसयू की तरफ से रविवार शाम लगभग 7:30 बजे ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई थी. लेफ्ट विंग के छात्रों का आरोप है कि शाम को एबीवीपी के छात्र फिर से कावेरी हॉस्टल में हंगामा कर रहे थे. जब फिर से जेएनयूएसयू और उसके साथ ही लेफ्ट समर्थक छात्र कावेरी हॉस्टल पहुंचे तो उन पर हमला कर दिया गया.


एबीवीपी का पक्ष
जेएनयू में कल हुए विवाद और हिंसा पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरा घटनाक्रम रखते हुए बताया कि कावेरी हॉस्टल के छात्रों ने रामनवमी पर पूजा रखी गयी थी. लेफ्ट के लोगों ने इसका विरोध किया, वार्डन के नाम से फर्जी नोटिस लगाए कि पूजा नहीं होगी. रविवार सुबह से ही माहौल खराब करने लगे, इस वजह से पूजा 3 बजे की बजाय शाम 5 बजे शुरू हो पाई. बाहर पूजा चल रही थी और अंदर इफ्तार चल रहा था. कहीं कोई दिक्कत नही आई. यही बात लेफ्ट पचा नहीं पाई. पूजा खत्म होते ही बाहर निकल रहे छात्रों के साथ धक्का मुक्की, मारपीट शुरू कर दी गयी. साजिश के तहत ही लेफ्ट के छात्र अपने बचाव में मैस में वेज-नॉनवेज न बनाये जाने वाली थ्योरी लाये. हम ये दावा करते हैं कि कावेरी के अलावा 18 हॉस्टल और भी हैं, जहां रविवार को नॉनवेज बना था. मतलब साफ है कि एबीवीपी को कही कोई समस्या नहीं थी. अब सबको लहूलुहान करने के बाद मीडियाबाजी, पीस मार्च शुरू हो गया है. 


लेफ्ट समर्थित छात्रों ने किया प्रदर्शन 
राम नवमी के अवसर पर जेएनयू कैंपस के अंदर हुई झड़प के बाद लेफ्ट समर्थित छात्रों ने सोमवार दोपहर लगभग 2 बजे नई दिल्ली जिले में स्थित दिल्ली पुलिस हेड क्वार्टर पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन का आह्वान AISA की तरफ से किया गया था. प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस की तरफ से पहले से ही सुरक्षा किए ठोस इंतजाम किए गए थे. नई दिल्ली जिला की डीसीपी अम्रुता खुद मौके पर मौजूद रहीं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के जवान भी मौजूद थे. महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी. प्रदर्शन के लिए पहुंचे छात्र-छात्राओं को हिरासत में लिया गया और फिर बस के द्वारा उन्हें ले जाया गया. हिरासत में लिए गए छात्रों की संख्या 15 से 20 के बीच बताई गई. 


पुलिस का क्या है कहना
पुलिस के अनुसार दोनों तरफ के 6 छात्रों को चोटें आई है. हालांकि दोनों तरफ के छात्रों का दावा है कि घायलों की संख्या ज्यादा है. साउथवेस्ट जिले के डीसीपी मनोज का कहना है कि दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत की है, जिसके अनुसार दोनों ही शिकायतों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और जो भी इसमें लिप्त पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


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