JNU Casteist Slogan Controversy: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की कई दीवारों पर विवादित जातिसूचक नारे (Casteist Slogans) लिखे जाने की घटना के बीच विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नई एडवायजरी जारी की है. एडवायजरी में कहा गया है कि सभी स्कूल सेंटर में सिंगल एंट्री/एग्जिट पॉइंट बनाया जाए. साथ ही सभी स्कूल सेंटर के एंट्री पॉइंट पर एंट्री/एग्जिट रजिस्टर मेंटेन किया जाए.


जेएनयू की दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने के बाद मचे बवाल को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आया. भविष्य में इस प्रकार की किसी भी घटना को रोकने के लिए जेएनयू प्रशासन (JNU Administration) ने एहतियातन कुछ कदम उठाने का फैसला किया है. एडवायजरी में यह भी कहा गया है कि सभी फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.


ओरिएंटेशन प्रोग्राम किए जाएंगे आयोजित


'सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाया जाए', इस तरह की चेतावनी वाले बोर्ड सभी स्कूल और सेंटरों की बिल्डिंग में उचित जगह पर लगाए जाएंगे. सभी स्कूल और सेंटर में लाइट की उचित व्यवस्था की जाएगी और समय-समय पर जेएनयू कम्युनिटी के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा. जेएनयू प्रशासन ने यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे सभी छात्रों से कैंपस में शांति बनाए रखने की भी अपील की है. 


गौरतलब है कि इससे पहले, छात्रों ने ‘स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- द्वितीय’ की विवादित नारे लिखी गई दीवारों को तोड़े जाने का दावा किया था. विश्वविद्यालय ने सभी केंद्रों से कहा है कि तोड़-फोड़ न हो, ऐसी नोटिस बोर्ड हर केंद्र के उपयुक्त स्थान पर लगाएं. 


क्यो पड़ी जरूरत?


दरअसल, जेएनयू के 'स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- द्वितीय’ की बिल्डिंग की दीवारों पर विशेष जातिसूचक और समुदाय सूचक नारे लिखे मिले थे, जिनमें उन जातियों के लोगों से विश्वविद्यालय और देश छोड़ने के लिए कहा गया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. इसे लेकर यूनिवर्सिटी के भीतर और बाहर कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रयाएं दीं. बवाल बढ़ता देख प्रशासन ने कहा कि परिसर में मौजूदा सुरक्षाA मुद्दों को ध्यान में रखते हुए एडवायजरी जारी की गई. 


समुदाय विशेष के लिए लिखे गए जातिसूचक नारे


जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे होने की तस्वीरें वायरल हुई थीं. इसमें लिखा हुआ था ‘ब्राह्मण कैंपस छोड़ो’, ‘खून बहेगा’, ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’ और ‘ब्राह्मण-बनिया, हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं!', 'हम बदला लेंगे'.


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