Inter-state Drug Racket Busted: जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir PoliceP) ने ड्रग तस्करों के एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 30 किलो हेरोइन के साथ पंजाब के एक ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इसके पास से करीब 5 करोड़ रुपये का कैश भी बरामद किया है. पुलिस का दावा है कि नशे की इस खेप को पाकिस्तान से पंजाब भेजा गया था.


जम्मू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि यह मामला 30 सितंबर को उस वक्त सामने आया, जब ड्रग की बड़ी खेप के साथ कश्मीर से जम्मू की तरफ एक काफिला रवाना हुआ था. इस काफिले को रामबन में पकड़ा गया था. ड्रग पैडलर की गिरफ्तार कर मामले में आगे की जांच के लिए अलग-अलग टीम बनाई गईं.  


डीजीपी के मुताबिक पुलिस ने कश्मीर के कुपवाड़ा से पंजाब की तरफ जा रही एक इनोवा से इस 30 किलो ड्रग्स की बरामदगी की. इसके बाद में मामले के सभी लिंक खंगाले गए. इसका सुराग कुपवाड़ा जिले में मिला, जहां से इस ड्रग्स की कंसाइनमेंट को पंजाब के नशा कारोबारी को सौंपा गया था. पुलिस ने इस मामले में कुपवाड़ा के 4 लोगों को भी पकड़ा है. 


'पंजाब पुलिस के साथ जम्मू पुलिस की छापेमारी'
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि इस मामले के फॉरवर्ड लिंक टटोला गया और जम्मू पुलिस पंजाब के लुधियाना तक पहुंची. वहां पर पंजाब पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की गई, जिसके बाद पुलिस को नशे की कुछ और खेप मिलीं. इसमें इस गिरोह का सरगना मनजीत सिंह भी गिरफ्तार हुआ.


'वाहनों के करीब 40 नंबर प्लेट बरामद' 
पुलिस को मनजीत सिंह के पास से एक रिवाल्वर और 5 करोड़ कैश बरामद किया गया. इसके इलावा पुलिस को वाहनों के करीब 40 नंबर प्लेट, पंजाब पुलिस के अलग-अलग बैज और कुछ राजनीतिक दलों के झंडे भी मिले हैं. इस गिरोह का सरगना पुश्तैनी तौर से इस काम को अंजाम दे रहा था और इसमें पंजाब का बड़ा ग्रुप सक्रिय है. उसको जल्द ही बेनकाब किया जाएगा.  


'फलों के वाहनों से भी करते थे ड्रग्स की सप्लाई'
डीजीपी ने दावा किया कि नशे की खेप को कश्मीर से पंजाब तक पहुंचाने के लिए न केवल ड्रोन्स का बल्कि फलों के वाहनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा था. जांच एजेंसियों को चकमा देने के लिए आरोपी अलग-अलग नंबर प्लेट्स लगाकर वाहन चलाते थे. 


'नशे का कारोबार का बड़ा सोर्स है पाकिस्तान'
जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रमुख ने दावा किया कि नशे का सोर्स पाकिस्तान है और इसकी तस्करी वहां से होती है. जम्मू कश्मीर के रूट को बार-बार इस्तेमाल करके पाकिस्तान की एजेंसी और आतंकी संगठन इस तस्करी को टेरर नेटवर्क के जरिए इस्तेमाल करते हैं.


उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से 39 केस ऐसे हुए हैं, जिनमें नार्को टेरर देखा गया है और 70 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया. चार क्विंटल के करीब नशे की खेप को बरामद किया गया. करीब 100 के आसपास हथियार पकड़े गए हैं. 


'नशे के कारोबार पर तेजी से कसा जा रहा शिकंजा' 
डीजीपी के मुताबिक वर्तमान में पुलिस की कार्रवाई की बात करें तो इस साल अब तक 1915 मामले दर्ज किए गए और 2642 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, 2018 में 928 केस रजिस्टर्ड हुए थे, जबकि 1308 लोग गिरफ्तार हुए थे. 2018 में जहां 40 किलो मादक पदार्थ बरामद हुआ था. वहीं, इस साल अब तक 240 किलो नशे की खेप बरामद की जा चुकी है. 


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