श्रीनगर: आतंकी बुरहान वानी की बरसी को देखते हुए आज जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं. किसी भी हालात से निपटने के लिए सुरक्षाबलों की 200 कंपनियों को तैनात कर दिया गया है. घाटी में तनाव के बीच आज भी अमरनाथ यात्र जारी है. इससे पहले खबर थी कि अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए रोक दी गई है.


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पिछले साल आज के ही दिन सुरक्षाबलों ने हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी को मार गिराया था. उसकी पहली बरसी पर सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि कहीं अलगाववादी नेताओं की शह पर घाटी को फिर से सुलगाने की कोशिश ना की जाए. अमरनाथ यात्रा के जो यात्री रास्ते में हैं, उनकी सुरक्षा के लिए भी जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है.


घाटी में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए सेना, आईटीबीपी और सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाल लिया है और कुल 20 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात कर दिया गया है. बुराहन की बरसी को देखते हुए श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है.


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दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग में भी आवाजाही पर रोक लगायी गई है. पुलवामा और बारामूला में धारा 144 लगा दी गई है. ताकि लोग एक जगह जमा ना हो सकें. जरूरत पड़ने पर कुछ घंटों के लिए सोशल मीडिया पर भी पाबंदी लगायी जा सकती है.


दरअसल पिछले साल आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद पूरे कश्मीर में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियो के बीच महीनों तक झड़पें होती रही. जिसमें करीब 85 लोगों की जान चली गई थी. यही वजह है कि बुरहान की पहली बरसी पर सुरक्षा एजेंसियां अलगाववादियों के किसी भी मंसूबे को कामयाब नहीं होने देना चाहती हैं.