Jharkhand News: झारखंड के सीनियर आईएएस अधिकारी और सीएम के मुख्य सचिव रहे राजीव अरुण एक्का (Rajiv Arun Ekka) पर अब प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस गया है. ईडी ने एक्का को 15 मार्च को एजेंसी के सामने पेश होने को लेकर समन जारी किया है. 

एक्का को यह समन उनके एक 22 सेकेंड के वीडियो को लेकर जारी किया गया है जिसमें वह पूजा सिंघल मामले में आरोपित चल रहे एक आरोपी विशाल चौधरी के घर पर बैठकर कुछ दस्तावेजों पर साइन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. 

राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए झारखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की एक समिति का गठन किया है. इस पूरे मामले की जांच के लिए झारखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की एक समिति का गठन किया है, जो इस पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

'हमलावर है बीजेपी'झारखंड के सीनियर आईएएस राजीव अरुण एक्का के खिलाफ जांच की मांग को लेकर बीजेपी अब सीधे ईडी के पास पहुंच गई है. गुरुवार को पार्टी की प्रदेश इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने रांची स्थित ईडी के जोनल कार्यालय पहुंचकर आईएएस से जुड़ा विवादास्पद वीडियो क्लिप, पेन ड्राइव और कई कागजात सौंपे. 

पार्टी ने ईडी के डायरेक्टर के नाम एक पत्र भी लिखा है, जिसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का ने सरकार में बिचौलिया गिरी और दलाली करने वाले विशाल चौधरी के साथ सांठगांठ कर करोड़ों रुपए की अवैध कमाई की है. उनके खिलाफ अविलंब जांच होनी चाहिए.  

बीजेपी ने जारी किया था 22 सेकेंड का वीडियोबीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने बीते रविवार को आईएएस राजीव अरुण एक्का का 22 सेकेंड का एक वीडियो क्लिप जारी करते हुए दावा किया कि वे एक पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के निजी दफ्तर में बैठकर सरकारी फाइल निपटा रहे हैं.  

इस वीडियो में वहां मौजूद एक व्यक्ति पैसे की लेनदेन की भी चर्चा कर रहा है. वीडियो में उसकी बात साफ सुनी जा सकती है.  इस वीडियो में आईएएस राजीव अरुण एक्का के बगल में एक महिला खड़ी होकर फाइल पलट रही है. यह महिला विशाल चौधरी की स्टाफ बताई जा रही है. 

मुख्य सचिव के पद से हटाए जा चुके हैं एक्कायह वीडियो क्लिप सामने आने के बाद राज्य सरकार ने देर शाम एक नोटिफिकेशन जारी कर एक्का को सीएम मुख्य सचिव के पद से हटा दिया था. एक्का को सभी पदों से हटाते हुए उनका तबादला पंचायती राज विभाग में कर दिया गया. 

बीजेपी ने अपील की थी, सीएम के मुख्य सचिव के पास गृह, कारा जैसे संवेदनशील विभागों के प्रभार थे और इन विभागों का कार्य राज्य और देश की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है. ऐसे में आशंका है कि राजीव अरूण ने दलाल विशाल के माध्यम से बड़े पैमाने पर मनी लांड्रिंग की है.

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