China New Weapons: चीन भले ही विभिन्न मंचों पर भारत के साथ सीमा मुद्दे को उचित ढंग से सुलझाने की बात कहता रहा है, लेकिन इसी दौरान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की हरकतें बताती हैं कि ड्रैगन की कथनी और करनी में अंतर है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के बीच चीन की सेना खास हथियार खरीद रही है. ये उसी तरह के हथियार हैं जिनका इस्तेमाल गलवान हिंसा के दौरान पीएलए (PLA) के सैनिकों ने भारतीय जवानों के खिलाफ किया था.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की सेना ने हाल ही में खास तरह के हाथ से लड़ने वाले हथियार खरीदे हैं. ये हथियार ऐसे समय में खरीदे गए हैं जब एलएसी पर गलवान हिंसा के बाद अभी भी स्थिति पूरी तरह ठीक नहीं हुई है और दोनों पक्षों के सैनिक कई मोर्चों पर आमने-सामने डटे हुए हैं. एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि इन हथियारों का इस्तेमाल एलएसी पर भारतीय सैनिकों के खिलाफ किया जा सकता है.


चीन ने खरीदे ये घातक हथियार
चीन की सेना ने जिन हथियारों को खरीदा है यह एक बेसबाल बैट और गदा का मिला जुला रूप है. इसके ऊपरी सिरे पर नुकीले कांटे लगाए गए हैं. इसी तरह का हथियार चीनी सैनिकों ने गलवान हिंसा के दौरान किया था, जिसमें लकड़ी के डंडे के एक सिरे पर कंटीले तार लपेट दिए गए थे. संघर्ष के दौरान चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों के खिलाफ इसका प्रयोग किया था. गलवान हिंसा में भारतीय सेना के 20 जवानों शहीद हो गए थे. झड़प में चीन के भी 40 से अधिक जवान मारे गए थे.


गलवान हिंसा के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. भारत ने बड़ी संख्या में लद्दाख से सटी एलएसी के पास सैनिकों की तैनाती की थी. इसके बाद से तनाव कम करने के लिए कई दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है.


चीन के विदेश मंत्री ने की थी अपील
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग ने मार्च की शुरुआत में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से कहा था कि भारत और चीन को द्विपक्षीय संबंधों में बॉर्डर के मामले को उचित स्थान पर रखना चाहिए. दोनों देशों को जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.


यह भी पढ़ें


SIPRI Report: चीन-पाकिस्तान की हवा टाइट कर देगा भारत! हथियार इंपोर्ट के मामले में टॉप पर बरकरार