झारखंड में लगातार दूसरे साल भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर पाबंदी लगा दी गई है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से अपने-अपने घरों में भगवान जगन्नाथ की पूजा करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस साल भी राज्य में रथ यात्रा का आय़ोजन नहीं होगा. राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर लगातार दूसरे साल रथ यात्रा के आयोजन को रोका गया है. 


आज सुरक्षित होगा तभी कल सुरक्षित हो पाएगा
हेमंत सोरेन ने कहा कि जगन्नाथ यात्रा नहीं होने से हमें भी बहुत तकलीफ होती है. लेकिन अगर हमारा आज सुरक्षित होगा, तभी हमारा कल भी सुरक्षित हो पाएगा. उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की है कि लोग अपने घरों से ही भगवान जगन्नाथ का आशीष लें, आप सुरक्षित रहेंगे तब ही राज्य सुरक्षित रहेगा और देश सुरक्षित रहेगा.  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस महामारी के कारण समय-समय पर सरकार को कई कड़े कदम उठाने पड़े हैं. आज भी महामारी का खतरा चारों ओर मंडरा रहा है. इसलिए न चाहते हुए भी सभी धार्मिक स्थलों पर भीड़ नहीं लगाए जाने का निर्देश दिया गया है. इस महामारी में कई त्योहार आए और चले गए लेकिन राज्य और देश में लॉकडाउन होने के कारण उन सभी त्योहारों को हम पहले की तरह नहीं मना सके. उन्होंने कहा कि जान है तो जहान है, कोरोना संक्रमण से राज्य की जनता को सुरक्षित रखने के लिए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी जगन्नाथ यात्रा नहीं निकाल पा रहे हैं.


झारखंड में 423 केस एक्टिव केस
झारखंड में अब तक 3,46,279 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. राज्य में कोरोना वायरस से 3,40,737 लोग रिकवर हो चुके हैं जबकि 423 मामले अब भी एक्टिव है. झारखंड में कोरोना वायरस से अब तक 5,119 लोगों की मौत भी हो चुकी है. 


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