Jharkhand Cash Scandal: झारखंड कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रदेश में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार को गिराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पार्टी विधायकों को दस करोड़ रुपये नकद व आगे बनने वाली बीजेपी की सरकार में मंत्री पद का लालच दिया था. कांग्रेस (Congress) विधायक दल के नेता व झारखंड (Jharkhand) के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने एक संवाददाता सम्मेलन में ये आरोप लगाते हुए कहा कि इस कृत्य में शामिल होने के चलते शनिवार को हावड़ा में गिरफ्तार कांग्रेस के तीनों विधायकों के खिलाफ यहां प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.


आलम ने कहा, ‘‘बीजेपी कांग्रेस के विधायकों को दस करोड़ रुपये नकद व भविष्य में बनने वाली बीजेपी सरकार में मंत्रिपद का लालच देकर तोड़ने का प्रयास कर रही है. जिससे हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही राज्य सरकार को गिराया जा सके.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बेरमो विधायक जयमंगल सिंह ने हावड़ा में भारी नकदी के साथ गिरफ्तार तीन कांग्रेस विधायकों के खिलाफ दस करोड़ रुपये नकदी देने और आगे बनने वाली सरकार में मंत्रिपद का लालच देकर राज्य सरकार को गिरवाने की कोशिश करने का षड्यंत्र रचने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी है.


कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप


एक सवाल के जवाब में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि बीजेपी, सभी गैर बीजेपी शासित प्रदेशों में यही काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि यही काम बीजेपी ने महाराष्ट्र में करके और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का भय दिखाकर वहां की सरकार को सत्ता से हटा दिया और अपनी सरकार गठित करवायी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बीजेपी के इस कुचक्र का पर्दाफाश करेगी और उसकी साजिश यहां सफल नहीं होने देगी. 


तीन कांग्रेस विधायकों को किया गया गिरफ्तार


बता दें कि, झारखंड कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी समेत तीन कांग्रेस विधायकों को ग्रामीण हावड़ा की पुलिस ने लाखों रुपये की नकदी के साथ शनिवार को हिरासत में लिया था और अपने पास बरामद नकदी का हिसाब न देने पर रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. दूसरी ओर नई दिल्ली में पार्टी के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इन तीनों विधायकों को उनके कृत्य के लिए तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है. 


झारखंड सरकार को गिराने की साजिश- कांग्रेस


इस घटना को भी पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधू तिर्की ने शनिवार को बीजेपी की साजिश बताते हुए इसे राज्य की हेमंत सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा बताया था. मांडर से पूर्व विधायक बंधू तिर्की ने शनिवार को कहा था कि जिस तरह राज्य के तीन कांग्रेस विधायकों को हावड़ा में करोड़ों रुपये की नकदी के साथ हिरासत में लिया गया है उसके पीछे बीजेपी की साजिश है जो राज्य की हेमंत सोरेन की सरकार को किसी भी प्रकार से सत्ता से हटाने में जुटी हुई है. 


बीजेपी ने भी पूछे सवाल


इस बीच निर्दलीय विधायक व बीजेपी सरकार में मंत्री रहे सरयू राय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कांग्रेस के झारखंड प्रदेश और अखिल भारतीय कांग्रेस के पदाधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उनके विधायक पैसे की थैली लेकर झारखंड आ रहे थे या झारखंड से जा रहे थे? पैसे का स्रोत स्थल कहां है- असम, बंगाल या झारखंड?’’ राय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘आयकर विभाग और ईडी को झारखंड के तीन विधायकों से बंगाल में बरामद 500 रुपये के नोट के बंडलों के स्रोत की जांच करनी चाहिए. जांच केवल बंगाल सरकार के उपर छोड़ना तर्कसंगत नहीं होगा. झारखंड की राजनीति में और राजनीतिज्ञों में पल रहे भ्रष्टाचार के कैंसर का ऑपरेशन जरूरी है.’’


इस मामले में झारखंड बीजेपी (Jharkhand BJP) के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जामताड़ा (Jamtara) विधायक की गाड़ी से जो रुपये बरामद हुए हैं वह किसके थे और कहां से उनके पास आए. उन्होंने कहा कि ये तीनों विधायक किस उद्देश्य से और कहां इतने रुपये लेकर जा रहे थे, इस सब की गहराई से जांच की जानी चाहिए. वहीं रांची से बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि पुलिस को इस मामले की जांच कर इसके तह तक जाना चाहिए जिससे पता चल सके कि रुपया कहां से आया था और कहां ले जाया जा रहा था. 


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