Odisha Minister Murder Mystery: ओडिशा में विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने शनिवार (18 फरवरी) को दावा किया है कि वह बीते महीने एक पुलिस अधिकारी द्वारा की गई राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की हत्या के मास्टरमाइंड का पर्दाफाश करेंगे.


बीजेपी नेता जयनारायण ने मंत्री की हत्या में कई हाई- प्रोफाइल लोगों के शामिल होने का भी दावा किया हैं. साथ ही इस पूरे मामले की जांच सीबीआई द्वारा किए जाने की मांग की है. बीते कुछ दिनों से जयनारायण खुद भी चर्चा में रहे हैं. उन पर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का देने का आरोप लगा है.


मंत्री नब किशोर को एएसआई ने मारी थी गोली


29 जनवरी को झारसुगुड़ा जिले में पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास को गोली मार दी थी. ऐसा उसने तब किया जब वो एक बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे थे. एएसआई की गोलियों से मंत्री गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसके बाद भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. 


मंत्री की हत्या को लेकर जयनारायण मिश्रा ने उठाए कई सवाल


बीजेपी विधायक जयनारायण मिश्रा ने पूर्व मंत्री नब किशोर दास की हत्या को लेकर कई सवाल उठाए हैं और उनके रहस्यों को जल्द खोलने का दावा भी किया है. भाजपा नेता ने कहा कि 'एएसआई तो केवल शूटर था, लेकिन उसका हैंडलर कौन था?. राज्य सरकार का कहना है कि एएसआई मानसिक रूप से अस्थिर था फिर उसे बंदूक क्यों दी गई? ईसीजी रिपोर्ट के मुताबिक, नब दास की मौत झारसुगुड़ा में हुई थी फिर उन्हें भुवनेश्वर क्यों लाया गया?'. 


बीजेपी नेता ने आगे कहा कि वो 21 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा के अगले सत्र में नब दास हत्याकांड, महिलाओं के खिलाफ अपराध और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति जैसे गंभीर मुद्दों को उठाएंगे. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेडी के वरिष्ठ नेता शशि भूषण बेहरा ने कहा कि सत्ताधारी दल विधानसभा में किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.


रिफ्लेक्स एक्शन के तहत दिया था महिला पुलिसकर्मी को धक्का 


जयनारायण मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया है कि नब दास की हत्या के पीछे भी उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. हालांकि इसके बारे में उन्होंने विस्तार से नहीं बताया. बता दें कि संबलपुर जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी को कथित रूप से धक्का देने के लिए उन पर धारा 354 (एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) सहित विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, उसे लेकर उन्होंने सफाई दी है. 


भाजपा नेता ने कहा कि मैंने रिफ्लेक्स एक्शन के तहत उन्हें धक्का दिया था, क्योंकि बूट पहने महिला पुलिसकर्मी ने उनके पैर पर पैर पटक दिया था. जिस पर सिर्फ एक चप्पल पहनी हुई थी. सत्ताधारी पार्टी बीजेडी के संबलपुर की घटना के लिए माफी मांगने के लिए कहने पर उन्होंने इंकार कर दिया. भाजपा नेता ने शुक्रवार को कहा कि वो खुद 'पुलिस अत्याचार का शिकार' हुए थे. उन्होंने 3 फरवरी को अपने निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) को भी यह कहते हुए छोड़ दिया था कि मंत्री की हत्या के बाद उनका पुलिस बल पर से विश्वास उठ गया है.


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