Kashmir Pandit: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकी गोली का शिकार हुए कश्मीर पंडित पूरण कृष्ण भट्ट का अंतिम संस्कार रविवार को जम्मू के बनतालाब में किया गया. उन्हें उनके बड़े भाई के बेटे ने मुखाग्नि दी. पूरण कृष्ण भट्ट की शनिवार (15 अक्टूबर) को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद से घाटी के लोगों में रोष बना हुआ है. एक बार फिर से कश्मीर में आतंकियों ने पंडितों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. 


पत्नी ने की बच्चों की पढ़ाई की मांग


इस बीच पूरण कृष्ण भट्ट की पत्नी ने कहा, "मैं बच्चों के लिए इंसाफ चाहती हूं. मेरे बच्चों की पढ़ाई के लिए कुछ मिलना चाहिए. मुझे और कुछ नहीं चाहिए, बस मेरे बच्चों की पढ़ाई हो जाए." पूरण जम्मू शहर के मुट्ठी स्थित घर में अपनी पत्नी और दो बच्चे संग रहते थे. तीन दिन पहले ही वह जम्मू से शोपियां अपने सेब के बगीचे की देखरेख के लिए गए थे, जहां उनकी हत्या कर दी गई. 


पूरण भट्ट के रिश्तेदारों ने बताया कि वह शोपियां में ही रहते थे. 2020 में कोविड फैलने के बाद पत्नी और बच्चों के साथ जम्मू आए थे. इसके बाद शोपियां आना-जाना लगा रहता था. उनकी अंतिम विदाई में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. पूरन भट्ट की हत्या के बाद से ही घर में मातम पसरा है.  


मनोज सिन्हा ने घटना पर दुख जताया


वहीं, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पीड़ित परिवार के प्रति उनकी हार्दिक संवेदना है. उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि इस हमले में शामिल आतंकियों और उनका साथ देने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. दरअसल, शोपियां के चौदरीगुंड गांव में आतंकियों ने पूरन कृष्ण भट्ट को गोली मार दी थी. सूचना मिलने पर उन्हें गंभीर हाल में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. 


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