TRF Threaten To BJP Leaders: जम्मू-कश्मीर में एक्टिव आतंकवादी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) ने आरएसएस नेताओं को धमकी दी है. आतंकी गुट ने 30 नेताओं की एक लिस्ट जारी की है जिसमें नेताओं के नाम, पद और जगह बताई गई है. रेजिस्टेंस फ्रंट ने कहा है कि हम इन नेताओं को निशाना बनाएंगे.


टीआरएफ की कश्मीरफाइट डॉट कॉम की ओर से एक बयान जारी किया गया है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें कहा गया है, "आरएसएस के लोग अपना प्रचार प्रसार करने के बाद बहुत खुशी मना रहे हैं. घाटी में आरएसएस जैसे जहरीले संगठन में शामिल होने वाले लोगों को या तो पता नहीं है कि वे कहां शामिल हो रहे हैं या फिर वो इस संगठन से मिलने वाले छोटे फायदों के लिए खुद को बेच चुके हैं.”


अन्य धर्मों को बदनाम करने का लगाया आरोप


बयान में आगे कहा गया, “लोगों को इस बारे में पता होना चाहिए कि घाटी के लोग ऐसे संगठनों में शामिल हुए हैं. एक तरफ संघ और बीजेपी के लोग हिंदुत्व विचारधारा को लागू/प्रसारित करने की कोशिश कर रहे हैं और दूसरी तरफ आरएसएस जैसा संगठन इस्लाम और अन्य धर्मों को बदनाम करने का एजेंडा चला रहा है. घाटी में कुछ ऐसे लोग हैं जो इस संगठन में शामिल हो गए हैं."


टीआरएफ की खून बहाने की धमकी


टीआरएफ ने अपनी धमकी में साफ कहा है कि आने वाले समय में, खासतौर पर जो आरएसएस और बीजेपी में शामिल हुए और जो उनका सहयोग कर रहे ऐसे लोगों का खून बहने वाला है. इन लोगों को अब सावधान रहने की जरूरत है. वहीं, पुलिस की ओर से इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है.


लश्कर की ब्रांच 'द रेजिस्टेंस फ्रंट’


जम्मू-कश्मीर में एक्टिव द रेजिस्टेंस फ्रंट लश्कर-ए-तैयबा की ही एक शाखा है. ये फ्रंट जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के खिलाफ ऑनलाइन कैंपेन भी चलाता है. पुलिस के हवाले से बताया गया कि कराची से इस ऑनलाइन कैंपेन के 6 महीने बाद ही इस फ्रंट ने जमीनी स्तर पर अपना संगठन तैयार किया. यह तहरीक-ए-मिल्लत इस्लामिया और गजनवी हिंद जैसे दूसरे संगठनों जैसा है. इस संगठन ने जम्मू-कश्मीर में हमलों की जिम्मेदारी 2020 के बाद लेना शुरू किया. फ्रंट का पता तब चला, जब इससे जुड़े लोगों को सोपोर से अरेस्ट किया गया.


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