Navratri Celebration In Durganag Mandir: नवरात्रि पर पूरे देश में माता के मंदिरों पर भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है. जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी के मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है. इस मौके पर कश्मीर के डल गेट इलाके के दुर्गानाग मंदिर में भी पूजा-अर्चना की गई. इसमें कश्मीर में शांति के लिए और प्रवासी कश्मीरी पंडित समुदाय की जल्द वापसी की कामना की गई. इसके लिए एक विशेष हवन किया गया.


स्थानीय पंडितों की ओर से नवरात्रि को 'नवरेह' के रूप में मनाए जाता है, जिसमें स्थानीय मुसलमानों ने भी अच्छी-खासी संख्या में भाग लिया. घाटी में लंबे बाद शांति की बहाली और पारंपरिक कश्मीरी भाईचारे की वापसी के लिए विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया, जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने हिस्सा लिया.


कश्मीरी पंडितों के लिए मांगी गई दुआएं


जम्मू से आए कश्मीरी पंडित भी उन कश्मीरी पंडितों के साथ हवन में शामिल हुए, जो यहां रह रहे हैं और साथ में शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की. आयोजकों में से एक चुन्नी लाल ने कहा, "इस साल हमें लगता है कि कुछ खास होने जा रहा है. रमजान और नवरात्रि हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों का पवित्र महीना एक साथ आया है और यह एक अच्छा शगुन है" 


फारुख अब्दुल्ला कर चुके हैं दर्शन


एक श्रद्धालु ने कहा, "हम इन सभी नौ दिनों के दौरान अपने घरों में पूजा करते हैं और कश्मीर घाटी में शांति के लिए उपवास भी रखते हैं. लेकिन यहां उस मंदिर में आना बहुत खास है जहां स्थानीय कश्मीरी पंडित समुदाय इसे मनाता है."  कश्मीर में दुर्गानाग मंदिर का विशेष महत्व है. पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने भी वर्ष 2020 में इस मंदिर में मत्था टेका था. उन्होंने कश्मीरी पंडितों की वापसी की दुआ मांगी थी.


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