Gondola Ride Rescue: जम्मू-कश्मीर पुलिस और गोंडोला के कर्मचारियों ने रात भर चलाए गए बचाव अभियान में गुलमर्ग के अफरवाट इलाके में फंसे 250 से ज्यादा पर्यटकों को बचा लिया. ये पर्यटक गोंडोला राइड में तकनीकी खराबी आने के कारण फंस गए और पर्यटक गुलमर्ग बेस पर वापस नहीं ले जा सके. गुलमर्ग विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, पर्यटक अफरवत गुलमर्ग में गोंडोला फेज II तक गए थे, जो बर्फ से ढके पहाड़ों में 13,058 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. गोंडोला राइड गुलमर्ग में केबल कार परियोजना है.


गोंडोला सामान्य रूप से पर्यटकों को वापस ले जा रहा था, लेकिन लगभग 6.15 बजे गंडोला में बिजली की खराबी ने सिस्टम को पूरी तरह से बंद कर दिया. जिस वजह से 250 से अधिक पर्यटकों को 13,058 फीट की ऊंचाई पर ठंड के बीच फंस गए. इसके चलते जम्मू-कश्मीर पुलिस को क्षेत्र में बचाव अभियान शुरू करना पड़ा.


5 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
जानकारी मिलते ही गोंडोला कार कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों की सहायता से गुलमर्ग पुलिस स्टेशन की बचाव टीम तुरंत हरकत में आई. 8 जून की रात कड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए पर्यटकों को बचाया. गोंडोला राइड से सभी पर्यटकों को सुरक्षित 8000 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग वापस लाया गया और पांच घंटे के ऑपरेशन के बाद सभी लोगों को बचाया गया.


गोंडोला केबल कार सेवा जल्द होगी बहाल
गोंडोला के अधिकारियों ने कहा कि इस बीच इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर फॉल्ट पर काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि आज (9 जून) शाम तक गोंडोला केबल कार का काम बहाल हो जाएगा. एशिया का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे ऊंचा केबल कार प्रोजेक्ट, गुलमर्ग गोंडोला, गुलमर्ग में पर्यटकों के लिए शीर्ष आकर्षण है. गोंडोला एक बार में 6 लोगों और प्रति घंटे 750 लोगों को फेरी लगा सकता है.


गुलमर्ग में गोंडोला में दो चरण शामिल हैं. पहला चरण 8,530 फीट की ऊंचाई पर कोंगडोरी की यात्रा के लिए और दूसरा चरण 12,293 फीट की ऊंचाई पर अफरवात की यात्रा के लिए है. कश्मीर में पर्यटन के लिए रिकॉर्ड तोड़ने वाला वर्ष 2022 था, जब आश्चर्यजनक रूप से 26.73 लाख लोग वहां आए थे. इस साल अब तक 8.51 लाख पर्यटक गोंडोला ले चुके हैं.


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