Jammu-Kashmir: देश की सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ आतंकवाद से लड़ने के लिए भी कमर कस ली गई है. जानकारी के मुताबिक सीमा पर तैनाती के लिए एक और कमांडो की टुकड़ी तैयार हो गई है. जम्मू-कश्मीर के बड़गाम स्थित सीमा सुरक्षा बल के सब्सिडियरी ट्रेनिंग सेंटर (Subsidairy Training Centre) से 119 जवानों की कमांडो ट्रेनिंग पूरी हो गई है. जिसके बाद अब सभी कमांडो देश की सुरक्षा के लिए तैयार हो गए हैं. 


जानकारी के मुताबिक पिछले तीन दशक से ज्यादा समय में इस ट्रेनिंग सेंटर से 30 हजार जवानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. इसके साथ ताजा बैच यहां ट्रेनिंग पूरी करने वाला 43वां बैच है. इस ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना 1990 में हुई थी. जिसके बाद से अब तक यहां से 30 हजार जवानों ने ट्रेनिंग ले ली है. इसमें 7-8 हजार कश्मीरी युवा भी शामिल है. हालांकि यहां केवल कमांडो ट्रेनिंग दी जाती है और जवानों का चयन देश के दूसरे इलाकों से किया जाता है.  


38  हफ्तों की होती है ट्रेनिंग
एडीजी बीएसएफ वेस्टर्न कमांड पीवी रामा शास्त्री के अनुसार जवानों ने इसकी स्थापना के बाद से से न केवल प्रभावी ढंग से हमारी सीमाओं पर रक्षा कर रहे है, बल्कि आतंकवाद से लड़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके साथ ही अब एक नई चुनौती के तौर पर सीमा पार से आने वाले ड्रोन से निपटने में काफी सफलता पाई है. ADG ने कहा कि BSF की तत्परता ने ही सीमा पर ड्रोन को मार गिराने, अवैध हथियारों और ड्रग्स को पकड़ने और कई गैंग को खत्म किया गया है.


इस ट्रेनिंग के लिए खास तौर पर चुने गए जवानों को ही कश्मीर के इस सेंटर में भेजा जाता है. यहां उनकी 38 हफ्तों की ट्रेनिंग होती है. जवानों को आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन के लिए खास तौर पर ट्रेन किया जाता है और हथियारों की ट्रेनिंग के साथ-साथ मटेरियल आर्ट और हैंड टू हैंड कॉम्बैट की खास तौर पर ट्रेनिंग मिलती है. रंगरूटों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आईपीएस आईजी बीएसएफ, अशोक यादव ने आत्मविश्वास कौशल के उत्कृष्ट प्रदर्शन की पूरे दिल से सराहना की. उन्होंने बीएसएफ को करियर विकल्प के रूप में चुनने के लिए रंगरूटों की सराहना की और उन्हें साहस और उत्साह के साथ राष्ट्र की सेवा करने का आह्वान किया. देश में BSF के 7 ट्रेनिंग सेंटर है जहां जवानों को इस तरह की कमांडो ट्रेनिंग दी जा सकती है.


Opposition Parties March: विजय चौक पर रोका गया 17 विपक्षी दलों का मार्च, खरगे बोले - 200 को रोकने के लिए 2000 पुलिस वाले