जम्मू: साल 2019 में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में 3289 बार सीमा पर युद्ध विराम का उल्लंघन किया. पाकिस्तान और भारत के बीच साल 2003 से जारी युद्ध विराम के 16 सालों में बीते साल पाकिस्तान ने सबसे अधिक बार सीमा पार से गोलीबारी की. एक आरटीआई के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि 1 जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2019 तक पाकिस्तान ने सीमा पार से 3289 बार गोलीबारी कर भारत में रिहायशी इलाकों, अग्रिम चौकियों और सैनिक शिविर को निशाना बनाया.
अगर साल 2019 को दो हिस्सों में देखें तो जनवरी 2019 से जुलाई 2019 तक पाकिस्तानी सेना ने 1724 बार सीमा पर गोलीबारी की. जबकि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के केंद्र सरकार के अगस्त में लिए गए फैसले के बाद दिसंबर तक पाकिस्तान ने 1565 बार गोलीबारी की. इन आंकड़ों से यह यह भी साफ हो जाता है कि जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट सीमा पर भी साफ नजर आयी. गौरतलब है कि साल 2003 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को बेहतर करने की कवायद शुरू की और दोनों देशों ने एक दूसरे पर विश्वास बढ़ाने के तहत कई अहम कदम उठाए. तब के पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने 26 नवंबर 2003 को ईद के दिन दोनों देशों के बीच सीमा पर सीजफायर का ऐलान किया था.
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों की बात करें तो अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा 398 बार पाकिस्तान ने सीमा पर गोलीबारी की. जबकि आंकड़ा नवंबर में 333 का रहा. वहीं अगस्त के महीने में पाकिस्तान ने 323 बार, जुलाई में 314 बार, सितंबर में 308 बार और मार्च में 275 बार सीमा पर गोलीबारी की.
सेना के सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान सीमा पर यह गोलीबारी अक्सर घुसपैठ को बढ़ावा देने के लिए करता है. सूत्र बताते हैं कि सीमा से घुसपैठ को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी सेना अक्सर आतंकियों को कवर फायर देती है ताकि घुसपैठ कर रहे आतंकियों को घुसपैठ करने में आसानी हो. वहीं, अगर आंकड़ों की बात करें तो साल 2010 में पाकिस्तान ने 44 बार, साल 2011 में 62 बार, साल 2012 में 114 बार, साल 2013 में 347 बार, साल 2014 में 583 बार, साल 2015 में 405 बार, साल 2016 में 449 बार, साल 2017 में 971 बार और साल 2018 में 2936 बार युद्धविराम के उल्लंघन की घटनाओं को अंजाम दिया.
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