नई दिल्ली: आईएएस से इस्तीफा देने वाले शाह फैसल ने कहा है कि आगामी चुनाव लड़ कर खुश होऊंगा, लेकिन फिलहाल किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा. फैसल ने अलगाववादी हुर्रियत में शामिल होने से किया इनकार क्योंकि शासन में मिले अनुभव का वहां कोई उपयोग नहीं किया जा सकता. बता दें कि शाह फैसल साल 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की परीक्षा में टॉपर रहे हैं. टॉप करने वाले वह पहले कश्मीरी हैं.





क्यों दिया था इस्तीफा
शाह फैसल हाल ही में विदेश से प्रशिक्षण लेकर लौटे और पदस्थापना का इंतजार कर रहे थे. इस्तीफे की वजह बताते हुए फैसल ने कहा था कि उन्होंने कश्मीर में लगातार हो रही हत्याओं के मामलों और इन पर केंद्र सरकार की ओर से कोई गंभीर प्रयास नहीं होने के कारण, भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने का फैसला लिया.


इस्तीफे से पहले सरकार पर बोला था हमला
फैसल ने बिना किसी सरकार का नाम लिए हुए कहा था कि आरबीआई, सीबीआई और एनआईए जैसी सरकारी संस्थाओं को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इस तरह के कदम से देश की संवैधानिक इमारत ढह सकती है और इसे रोकना होगा. उन्होंने कहा, ''मैं दोहराना चाहता हूं कि इस देश में आवाजों को लंबे समय तक दबाया नहीं जा सकता और यदि हम सच्चे लोकतंत्र में रहना चाहते हैं तो हमें इसे रोकना होगा.''


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