जम्मू: जम्मू-कश्मीर में हाल ही में घोषित जिला विकास परिषद के चुनावों में गुपकार गठबंधन को 9 जबकि भारतीय जनता पार्टी को 5 ज़िलों में बहुमत मिला है. प्रदेश के अन्य 6 ज़िलों में किस पार्टी की परिषद बनेगी इसका फैसला अब निर्दलीय उम्मीदवारों के हाथ में हैं.


जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी बेशक 75 सीटें लेकर सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर आयी हो लेकिन अब पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन 6 ज़िलों में बहुमत साबित करने की है जहां पर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री कवीन्द्र गुप्ता के मुताबिक, पार्टी कई निर्दलीय उम्मीदवारों के संपर्क में है और कई निर्दलीय उनके संपर्क में हैं. उन्होंने दावा किया कि फिलहाल बीजेपी को जम्मू में 5 ज़िलों में स्पष्ट बहुमत मिला है लेकिन वो कम से कम 8 ज़िलों में अपना बहुमत साबित करेगी.


अगर प्रदेश के जिला विकास परिषद के नतीजों पर नज़र डालें तो बीजेपी जम्मू में 11, साम्बा में 13, कठुआ में 13, उधमपुर में 11 और डोडा में 8 सीटें जीतकर बहुमत में है. जबकि राजौरी में पार्टी को 3, पूंछ में 0, किश्तवाड़ में 03, रियासी में 7 और रामबन में 3 सीटे मिली हैं.


वहीं अगर गुपकार अलायन्स की बात करें तो उसे जम्मू में 1, साम्बा में 1, राजौरी में 6, पूंछ में 2, डोडा में 1, किश्तवाड़ में 6, रियासी में 3 और रामबन में 6 सीटें मिली हैं. उधर कश्मीर घाटी में गुपकार अलायन्स को कुपवाड़ा में 9, बारामुल्ला में 7, श्रीनगर में 3, बडगाम में 12, पुलवामा में 9, अनंतनाग में 9, बांदीपोरा में 7, गांदरबल में 11, शोपिया में 7 और कुलगाम में 12 सीटे मिली हैं. जबकि घाटी में बीजेपी ने श्रीनगर, बांदीपोरा और पुलवामा में एक-एक सीट जीती है.


प्रदेश के कुछ ज़िले ऐसे है जहां पर कांग्रेस के जीते हुए उम्मीदवार किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. कांग्रेस पार्टी ने बरमुल्ला, कुलगाम में 2, अनंतनाग में 3, बांदीपोरा और शोपिया में 1, पूंछ और डोडा में 4, राजौरी और किश्तवाड़ में 3, रामबन मे 2 और रियासी में 1 सीट पर जीत दर्ज की है.


कांग्रेस दावा कर रही है कि अभी तक उनसे किसी पार्टी ने या उन्होंने किसी पार्टी से संपर्क नहीं किया है. कांग्रेस इस समीकरण में फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोल रही है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में इन चुनावों में 50 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है. सभी दलों की नज़र इन निर्दलीय उम्मदवारों पर है जो बहुमत साबित करने में अहम रोल अदा कर सकते हैं.


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