जम्मू: पूरे देश की तरह ही जम्मू में भी कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है. जिसको देखते हुए अब जम्मू प्रशासन ने इस महामारी को हराने के लिए अनोखी योजना तैयार की है. जम्मू प्रशासन अब ज़िले में कोरोना संक्रमण के मरीज़ो में लक्षणों का इंतज़ार किये बिना ही आम जनता में बड़े पैमाने पर कोरोना के रैपिड एंटीजन टेस्टिंग करवा रहा है.


कोरोना के संक्रमण को रोकने और इसको फैलने से बचाने के लिए जम्मू प्रशासन ने आक्रामक रणनीति तैयार की है. जम्मू में रैपिड टेस्टिंग के इंचार्ज डॉ रितेश शान के मुताबिक इस नई रणनीति के तहत अब जम्मू प्रशासन किसी मरीज़ में कोरोना के लक्षणों के ज़ाहिर होने का इंतज़ार ना कर स्वयं ही आम जनता के बीच जाकर बड़े पैमाने पर कोरोना की रैपिड टेस्टिंग को अंजाम दे रहीं है.


पहले प्रशासन रैपिड टेस्टिंग की यह सुविधा सिर्फ बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए ही उपलब्ध कराती थी. वहीँ, प्रशासन का दावा है कि इस नई रणनीति का मकसद आम जनता के बीच जाकर कोरोना के कैरियर को ढूंढ कर उसे अलग करना है. जिससे इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.


प्रशासन के मुताबिक इस वायरस को हारने के लिए यह रणनीति इसलिए भी कारगर है क्योंकि अब प्रशासन मरीज़ का इंतज़ार नहीं करता बल्कि खुद मरीज़ के पास पहुंच कर उसे ढूंढ निकल कर उसे आइसोलेशन में डाल देता है. जिससे यह बीमारी अधिक नहीं फैले.


इस मुहीम में सरकार आम जनता के साथ-साथ कोरोना काल में उन सरकारी और निजी दफ्तरों में तैनात कर्मचारियों की भी टेस्टिंग कर रही है. जिससे आम जनता के बीच काम कर रहे इन कर्मचारियों में से अगर कोई कोरोना से संक्रमित हो तो उन्हें भी आइसोलेशन में रखा जा सके.


सरकारी दफ्तरों में शुरू की गई इस कवायद के बाद कोरोना काल में लोगों को सेवाएं दे रहे यह कर्मचारी दावा कर रहें हैं कि सरकार का यह कदम उनके मनोबल को बढ़ाएगा. सरकार का दावा है कि अब आने वाले दिनों में यह रैपिड टेस्टिंग जम्मू के आस पास की ज़िलों में भी शुरू की जाएगी ताकि कोरोना को हराया जा सके.


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