नई दिल्ली: दिल्ली की एक कोर्ट ने शरजील इमाम को मंगलवार को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने जामिया-न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में मंगलवार को अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें शरजील इमाम पर उकसाने का आरोप लगाया गया है.


कोर्ट ने शरजील को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. उन्हें पिछले महीने राजद्रोह के मामले गिरफ्तार किया गया था. मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहिना कौर की अदालत में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर किया. पुलिस ने यह भी कहा सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से अधिक गवाहों के बयान बतौर प्रमाण अटैच किए गए हैं. कोर्ट ने सोमवार को इमाम को एक दिन की दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा था.


गौरतलब है कि 15 दिसम्बर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने चार बसों और पुलिस के दो वाहनों में आग लगा दी थी. छात्रों, पुलिस कर्मियों और दमकल कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हुए थे.


कौन है शरजील इमाम?


शरजील इमाम की स्कूली पढ़ाई संत जेवियर पटना और डीपीएस वसंतकुंज दिल्ली से हुई. आईआईटी से उन्होंने कंप्यूटर साइंस की बीटेक और एमटैक किया. इसके बाद उन्होंने कई संस्थानों को अपन सेवाएं दीं. शरजील ने यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन में प्रोग्रामर का भी काम किया. IIT मुंबई में भी उन्होंने पढ़ाया है. इसके अलावा जूपिटर नेटवर्क्स में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम किया है. बिहार के जहानाबाद निवासी शरजील जवाहर इस वक्त दिल्ली स्थित देश के प्रतिष्ठित विश्विद्यालय जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर है. शरजील के मरहूम पिता अकबर इमाम बिहार में सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. उस चुनाव में उन्हें हार मिली थी.