जहांगीरपुरी हिंसा मामले पर रोजाना नए-नए खुलासा हो रहे हैं. मामले में अब जो बड़ी बात सामने आ रही है वो ये कि इस हिंसा में हार्ड कोर गैंगस्टर नामी बदमाश भी शामिल थे. बताया जा रहा है कि, इन तमाम बदमाशों-गैंगस्टर पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और इनमें से कई तिहाड़ जेल में सजा काट चुके हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हिंसा के वक्त इन बदमाशों-गैंगस्टरों ने उपद्रवियों का जमकर साथ दिया और घटना के मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि, ऐसे करीब 20 चिन्हित गैंगस्टर बदमाशों की धरपकड़ में दिल्ली पुलिस की दर्जनों टीमों को लगाया गया है. पुलिस अंसार से भी इन तमाम बदमाशों-गैंगस्टर के बारे में पूछताछ कर रही है. पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि क्या उसके कहने पर इलाके के इन बदमाशों ने उपद्रवियों का साथ दिया और हिंसा भड़काने में मदद की? क्या फायरिंग-आगजनी जैसी घटनाओं में भी इनका हाथ है. बता दें, दिल्ली पुलिस घटना के ठीक कुछ दिल पहले ही तिहाड जेल से जमानत या पैरोल पर बाहर आए गैंगस्टर बदमाशों से भी पूछताछ में जुटी है.

अंसार को फंसाया गया- मुस्लिम पक्ष

मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वो तो झगड़ा रोक रहा था. कुछ लोगों की उससे बहस हुई होगी तो उसने अंसार का ही नाम ले लिया होगा. वो तो बचाने की सजा भुगत रहा है. वो खुद ही थाने गया था. वो विक्टिम है. कुछ लोगों की साजिश से उसे ही मुख्य आरोपी बना दिया गया. वो तो गरीबों की मदद करने वाला आदमी है.

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