Jahangirpuri violence: राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार 16 अप्रैल को अचानक हिंसा भड़क गई. यहां हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया और हिंसा भड़क गई. इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए. घटना के तुरंत बाद मौके पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया और तमाम आला अधिकारी भी वहां पहुंचे. अब इस मामले को लेकर गिरफ्तारियां शुरू हो चुकी हैं. अब तक कुल 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ यहां पढ़िए. 


पुलिस पर फायरिंग करने वाला गिरफ्तार
इस हिंसा के दौरान एक शख्स ने कथित तौर पर फायरिंग भी की थी. जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किये गये लोगों में 21 वर्षीय एक युवक भी शामिल है, जिसने कथित तौर पर गोली चलाई थी जो एक पुलिसकर्मी को लगी थी. उन्होंने बताया कि आरोपी मोहम्मद असलम के पास से एक पिस्तौल भी बरामद की गई है, जिससे उसने शनिवार शाम कथित तौर पर गोली चलाई थी. आरोपी जहांगीरपुरी स्थित सीआर पार्क के झुग्गी बस्ती का रहने वाला है. असलम को एक अन्य मामले में भी शामिल पाया गया है. उसके खिलाफ जहांगीर पुलिस थाने में 2020 में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. 


बता दें कि जहांगीरपुरी घटना का एक नया वीडियो भी सामने आया है. जिसमें पत्थरबाजी की तस्वीरें हैं. लेकिन सबसे खास बात है कि एक व्यक्ति इसमें गोली चला रहा है, जो वीडियो में साफ तौर पर नजर आ रहा है. ये तस्वीर शोभा यात्रा पर पथराव के दौरान की है. एक शख्स इस तस्वीर में पिस्तौल ताने हुए नज़र आ रहा है. पुलिस इसकी जांच और शख्स की पहचान कर रही है.


एएसआई ने बताया कैसे हुआ हमला
जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन हुई हिंसा पर ASI अरुण कुमार ने बताया कि, जुलूस में कुछ लोगों ने सरिया, डंडों और तलवारों से हमला किया. दंगाईयों ने गाड़ियों को आग लगा दी. मैं कुछ गाड़ियां हटा रहा था इसी दौरान एक ईंट आकर मेरे कंधे पर लगी. एक पत्थर मेरे पीठ और पैर में भी लगा. बाद में अन्य पुलिस बल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति को नियंत्रित किया. ज़्यादातार दंगाईयों के पास तलवार और चाकू थे. बता दें कि इस पूरे मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 120 बी (आपराधिक साजिश), 147 (दंगा) और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. 


हिंसा में शामिल लोगों की हो रही पहचान
पुलिस के मुताबिक अव्यवस्था फैलाने में शामिल लोगों की पहचान के लिए ड्रोन और फेस-रिकग्निशन सॉफ्टवेयर (चेहरों की पहचान करने वाली तकनीक) की मदद ली जा रही है. इसके अलावा, घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे तथा मोबाइल फोन में रिकार्ड फुटेज खंगाले जा रहे हैं.’’ अधिकारियों ने बताया कि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी के बाकी सभी 14 पुलिस जिलों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं और निगरानी की जा रही है. 


यूपी पुलिस को अलर्ट रहने के आदेश
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस को और अधिक सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसक घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से अपनी अपनी तैनाती वाले जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों पर पैनी नजर रखने को कहा गया है.  उन्होंने कहा कि खासतौर पर दिल्ली से सटे जिलों के अधिकारियों से कहा गया है कि वह किसी भी अप्रिय घटना को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार रहें. 


पुलिस की अमन समितियों के साथ बैठक 
जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने अमन समितियों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि वे अपने-अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील करें. पुलिस के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम दिल्ली की पुलिस उपायुक्त (डीसीसी) ऊषा रंगनानी ने जहांगीरपुरी, महेंद्र पार्क और आदर्श नगर की अमन समितियों के सदस्यों की एक बैठक बुलाई थी ताकि इलाके में शांति बनाई रखी जाए. रंगनानी ने कहा, “बैठक के दौरान, सभी सदस्यों से कहा गया कि वे अपने इलाकों में शांति, अमन और सद्भाव बनाए रखने के लिए जनता से अपील करें.” डीसीपी ने कहा कि उन्हें आश्वस्त किया गया है कि पुलिस पेशेवेर और निष्पक्ष तरीके से जांच तथा कानूनी कार्रवाई करेगी. अधिकारी ने कहा कि अमन समितियों के सदस्यों से किसी भी अफवाह, गलत सूचना के प्रसार को रोकने और किसी भी शरारती या असामाजिक तत्वों की गतिविधियों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया गया है. 


बीजेपी ने हिंसा को बताया साजिश
भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर आयोजित जुलूस के दौरान हुई झड़प को 'साजिश' करार दिया और घटना में 'अवैध प्रवासियों' की भूमिका की जांच की मांग उठायी. भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि जुलूस पर 'हमला, अचानक हुई घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी.' आदेश गुप्ता ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे हिंसा की जांच का आदेश देने का आग्रह करेंगे. उन्होंने यह भी सवाल किया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की बस्ती को पानी और बिजली के कनेक्शन कैसे दिए गए?


कांग्रेस की तरफ से एकजुट रहने की अपील
जहांगीरपुरी हिंसा के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों में ‘संवेदना’ की कमी है और दिल्ली की जनता से गुजारिश की कि वे एकजुट और सतर्क रहें. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “ दिल्ली सतर्क रहे... दिल्ली सुरक्षित रहे.. दिल्ली सलामत रहे.. दिल्ली एकजुट रहे..”
उन्होंने कहा, “ हिंसा, दंगों व उन्माद से धर्म-मज़हब ‘सुरक्षित’नहीं होने वाला, न कोई मज़बूत होगा, हां, हमारा भारत जरूर कमजोर होगा.” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, “सत्ता में 'संवेदना का सन्नाटा' है... इसलिए ये जिम्मेदारी जनता की है.”


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