मुकेश अंबानी  के घर के पास मिले एक्प्लोसिव के मामले में बड़ी जानकारी सामने आ रही है. मुंबई पुलिस के सूत्रों की माने तो इनोवा कार जिसमें दो संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी अंबानी के घर के करीब 500 मीटर की दूरी पर पार्क कर फरार हुए थे, वह गाड़ी मुलुंड टोल पार की थी पर उसके आगे के टोल के सीसीटीवी में नहीं दिखाई दी थी. आपको बता दें कि मुलुंड टोल के आगे पडघा टोल आता है और इनोवा कार उस टोल को पार करते नहीं दिख रही है.


जांच एजेंसियों ने पडघा टोल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली पर उन्हें उस टोल की सीसीटीवी फुटेज में वह गाड़ी कहीं भी नहीं दिख रही है. सबसे अहम बात यह भी सामने आई है कि उस इनोवा गाड़ी पर जो नंबर प्लेट लगाया गया था वह फर्जी था. उस नंबर प्लेट की कोई भी गाड़ी मौजूद ही नहीं है. इनोवा गाड़ी पर जो नंबर दिखाई पड़ रहा है वह नंबर MH04AN सीरीज का है और यह सीरीज सरकारी गाड़ियों को दी जाती है.


 हर जगह चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन


इसी सीरीज में आरटीओ ने 4500 के आगे नंबर देना बंद कर दिया है. ऐसे में इस गाड़ी का नंबर उससे आगे का इस्तेमाल किया है. इससे यह बात साफ होती है कि आरोपियों को इस बारे में जानकारी हो सकती है और इन लोगों ने जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए इस तरह के नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया जो इक्जिस्ट ही नहीं है. मुंबई पुलिस और दूसरी जांच एजेंसियां अब मुलुंड टोल और पडघा टोल के बीच अपनी जांच के दायरे को बढ़ा दिया है. हर जगह सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.



कार मालिक का लगा रही पता 


कार किसकी है ये पता करने के लिए पुलिस अक्सर कार का चेसिस नंबर और इंजन नंबर की जांच करती है. ये बात आरोपी जानते थे इसलिए उन्होंने ये दोनों नंबर मिटा दिया. जो धमकी भरा खत आरोपियों ने कार में रखा था वो रोमन लिपि में था लेकिन हिंदी भाषा में लिखा गया था. माना जा रहा है कि जानबूझकर आरोपी ने खत में अशुद्ध भाषा का इस्तेमाल किया. खत हाथ से लिखे होने के बजाय टाइप किया गया था ताकि लिखावट का मिलान किए जाने की कोई गुंजाइश ही ना रह जाए.


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