ISRO Launched GSLV-F15: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने आज इतिहास रच दिया. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इसरो ने आज अपना 100वां मिशन लॉन्च कर दिया. इसरो ने GSLV-F15/NVS-02 रॉकेट को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेज दिया है. इस मिशन के लॉन्च होने के बाद भारत अंतरिक्ष नेविगेशन में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है.
GSLV-F15/NVS-02 के सफलतापूर्वक लॉन्च होने की जानकारी इसरो ने X पर दी है. ISRO की ओर से बताया गया कि मिशन सफल हो गया है. GSLV-F15/NVS-02 अंतरिक्ष में भेज दिया गया है. अंतरिक्ष नेविगेशन में भारत नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है.
केंद्रीय अंतरिक्ष मंत्री जिंतेंद्र सिंह ने इसरो को अपना 100वां मिशन पूरा करने के लिए बधाई दी है. उन्होंने X पर लिखा, "श्रीहरिकोटा से 100वें लॉन्च की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के लिए इसरो को बधाई. इस रिकॉर्ड उपलब्धि के ऐतिहासिक क्षण में अंतरिक्ष विभाग के साथ जुड़ना सौभाग्य की बात है. ISRO की टीम, आपने GSLV-F15/NVS-02 मिशन के सफल प्रक्षेपण से एक बार फिर भारत को गौरवान्वित किया है."
इस मौके पर जितेंद्र सिंह ने साइंटिस्ट विक्रम साराभाई, सतीश धवन को भी याद किया. उन्होंने कहा कि इन लोगों द्वारा की गई विनम्र शुरुआत के बाद यह एक अद्भुत यात्रा रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद यह एक लंबी छलांग है. उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र को 'अनलॉक' किया और यह विश्वास जगाया कि आकाश की कोई सीमा नहीं है.
इस मिशन से क्या फायदा होगा?
GSLV-F15 सैटेलाइट NVS-02 को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित करेगा. यह सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम का हिस्सा है, जो भारत में GPS जैसी नेविगेशन सुविधा को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. ये भी बताया गया था कि ये कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल तक का हिस्सा कवर करेगा. इससे न केवल सड़क यात्रा, बल्कि एयर और समुद्री यात्रा के नेविगेशन में भी मदद मिलेगी.