Israel Gaza Attack: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच जरूरी सहायता की दो खेप गाजा पहुंच गई हैं. मानवीय सहायता सोमवार (23 अक्टूबर) को रफाह बॉर्डर के जरिए गाजा पहुंची. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद यह पहला मौका है, जब फलस्तीनियों को मदद पहुंची है. 


इससे पहले इजरायल ने गाजा की भोजन, ईंधन और बिजली सिप्लाई में कटौती कटौती कर दी थी, जिसके चलते वहां, ईंधन, पानी, भोजन और दवाओं जैसे बुनियादी सामग्री की किल्लत हो गई थी. इस बीच संयुक्त राष्ट्र, भारत, सऊदी अरब और तुर्किए समेत कई देशों ने गाजा के लिए मानवीय सहायता भेजी है.


भारत ने भेजी सहायता
भारत ने रविवार (22 अक्टूबर) को फलस्तीन के लिए लगभग 6.5 टन मेडिकल ऐड और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी. इसमें आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल आइटम्स, टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता का सामान, वॉटर प्यूरीफिकेशन टैबलेट सहित अन्य जरूरी आइटम्स शामिल हैं.  


अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किए, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, जॉर्डन और ट्यूनीशिया से कम से कम आठ विमान गाजा के लिए सामान लेकर मिस्र के अल एरिश हवाईअड्डे पर पहुंचे हैं.






इन देशों ने सहायता अस्थायी रूप से निलंबित की
जहां एक तरफ कुछ देशों ने गाजा को मानवीय सहायता भेजी है तो दूसरी ओर कुछ यूरोपियन देशों ने अपनी सहायता अस्थायी रूप से निलंबित कर दी है. इनमें जर्मनी, डेनमार्क और स्वीडन शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों ने हमास के हमलों की प्रतिक्रिया के रूप गाजा को अपनी सहायता अस्थायी रूप से निलंबित की है.


कितनी काफी है गाजा में पहुंची सहायता?
अब तक 3,000 टन सहायता सामग्री ले जाने वाले 200 से अधिक ट्रक मिस्र की ओर क्रॉसिंग के पास खड़े हैं. मिस्र में यूनिसेफ के प्रतिनिधि जेरेमी हॉपकिंस ने कहा कि यह सहायता गाजा में लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी नहीं है. गाजा में लोगों की मदद के लिए हर रोज 100 से 200 के बीच ट्रक भर कर सहायता सामाग्री की जरूरत है. 


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