अमृतसर रूरल पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. पलक शेर मसीह और सूरज मसीह नाम के ये शख्स पाकिस्तान को अमृतसर सेना के कैंट और अमृतसर एयर बेस से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान को दे रहे थे. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने अमृतसर जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी के जरिए इन लोगों से संपर्क किया था.

अमृतसर के बलहड़वाल के रहने वाले पलक शेर मसीह और सूरज मसीह को अजनाला पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. खुफिया जानकारी देने के बदले ISI इनके बैंक खातों में पैसे डालती थी. दोनों के खिलाफ ऑफिसिल सीक्रेट्स एक्ट, बीएनएस की धारा 61 (2) और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

ISI के लिए काम कर रहे थे दोनों

पुलिस के मुताबिक, दोनों शख्स पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे थे और अमृतसर में सेना की मूवमेंट की जानकारी और अमृतसर में एयरबेस से जुड़ी जानकारियां मोबाइल पर फोटो और वीडियो के जरिए पाकिस्तान भेज रहे थे. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है ताकि इनके और संपर्कों के बारे में जानकारी हासिल की जाए और कौन कौन सी जानकारी इन्होंने ISI से साझा की है, इसका भी पता लगाया जा सके.

पहलगाम हमले के बाद एक्शन में NIA

पहलगाम हमले के बाद से एनआईए की टीम लगातार संदिग्धों से पूछताछ कर रही है. जांच एजेंसी अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पहलगाम में आतंकी घुसे कैसे और इसमें क्या लोकल लोगों का भी हाथ था. 

इन क्षेत्रों में बढ़ाई गई सुरक्षा

पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले से कुछ दिन पहले ही खुफिया एजेंसियों ने पर्यटकों को निशाना बनाए जाने की आशंका जताई थी. खुफिया एजेंसी ने खासकर श्रीनगर के बाहरी इलाके के अंतर्गत जबरवान रेंज की तलहटी में स्थित होटलों में ठहरे पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर आशंका जताई थी. 

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इन क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई और दाचीगाम, निशात और आस-पास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान की निगरानी के लिए श्रीनगर में शीर्ष पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया.

ये भी पढ़ें-

'आतंकवाद एक नासूर है, जो इस्लाम की...', जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ पास किया प्रस्ताव