Delhi Police: दिल्ली पुलिस साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट स्पेशल स्टाफ ने ईरानी गैंग के साथ गुर्गों को गिरफ्तार किया है. ये गैंग दिल्ली-एनसीआर में विदेशी लोगों को अपना शिकार बनाता था. पुलिस ने इनके पास से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भी बरामद की है. इनके शिकार हुए विदेशी नागरिकों में दो भूटान के सांसद भी शामिल हैं.


दिल्ली पुलिस के वसंत कुंज साउथ थाने में 12 मार्च को फातिया जामा नाम के इराकी नागरिक ने शिकायत दी थी कि वो महिपालपुर इलाके में एक दुकान के बाहर खड़ा था, उसी दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार में 3 से 4 लोग आए और उन्होंने अपने आपको पुलिसकर्मी बताकर उसका बैग चेक करने के लिए ले लिया, इसके बाद वे फातिया जामा के बैग से 1,780 अमेरिकी डॉलर चुरा कर फरार हो गए. पुलिस ने इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस के जरिये आरोपियों की तलाश की गई.


नोएडा में किराए के फ्लैट में रह रहे थे आरोपी
डीसीपी साउथ वेस्ट मनोज सी ने बताया कि 14 मार्च को पुलिस को एक इनपुट मिला कि इस वारदात को ईरानी गैंग के मेंबर्स ने अंजाम दिया है और इस गैंग के कुछ मेंबर्स नोएडा में किसी जगह इसी तरह अपने शिकार की तलाश में निकले हैं. पुलिस ने इस इनपुट के आधार पर एक स्पेशल टीम बनाई और उसे नोएडा में तैनात किया. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने नोएडा से दो ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया. इनमें से दो के नाम गोहलम बहरानी और डर्बी फरदोष है. ये दोनों ईरान के रहने वाले हैं और नोएडा में किराए के फ्लैट में रह रहे थे. इन दोनों के पास से पुलिस ने 520 अमेरिकी डॉलर, 150 यूरो और 10 दिरहम (Dirham) बरामद किए हैं.


सिर्फ विदेशी नागरिकों को लूटते थे 
इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने जब रिमांड पर लिया तो इन्होंने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए स्विफ्ट डिजायर और टोयोटा कोरोला कार को इस्तेमाल करते थे. ये लोग ईरान से अपने परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए थे और यहां पर इन्होंने अपना एक गैंग बनाया लिया जो दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाता था. इस गैंग के सदस्य अक्सर सिविल ड्रेस में रहते थे और अपने आपको पुलिस ऑफिसर बताते थे. इनका गैंग विदेशी लोगों को टारगेट करता और सामान चेक करने के दौरान उसी आड़ में, उसमें से कैश और कीमती सामान चुराकर फरार हो जाता.


5-6 वारदातों को दिया अंजाम
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों ने अपने गैंग के तीन और लोगों के बारे में पुलिस से जानकारी दी. पुलिस टीम ने इनकी निशानदेही पर तीनों आरोपियों को महिपालपुर से गिरफ्तार किया. जिनके नाम हुसैन, अब्दुल सलाम और मोहम्मद हुसैन है. ये तीनों भी ईरान के ही रहने वाले हैं. इनके पास से एक होंडा सिटी कार बरामद हुई है, जिसमें ये तीनों महिपालपुर से मुंबई की तरफ जाने की फिराक में थे. इन तीनों ने दिल्ली और गुरुग्राम में 5-6 वारदातों को अंजाम दिया था. इसके बाद पुलिस ने आगे जांच में अख्तर नाम के एक और ईरानी शख्स को गिरफ्तार किया. पुलिस को इनके पास से कुछ फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं.


भारी विदेशी मुद्रा बरामद
इनकी गिरफ्तारी से पुलिस को भारी मात्रा में विदेशी करेंसी बरामद हुई है जिसमें 2,099 अमेरिकी डॉलर, 110 यूएई दिरहम, 150 यूरो, 93,43,600 ईरानी रियाल, 1,36,500 पाउंड, 42,000 इराक दिनार, 100 सउदी रियाल, 5 ओमान रियाल और 300 ओमान बैसा, 60 बांग्लादेशी टका, 240 इजराइल शेकेल, 75 तुर्कमेनिस्तान के मानात, 10 ताजिकिस्तान के सोमोनिस, 2 सिंगापुर डॉलर, 16,200 भारतीय रुपये शामिल हैं.


इसके अलावा पुलिस ने 4 सेडान, 1 हैच बैक कार, फर्जी नंबर प्लेट, पुलिस के डंडे और पुलिस आइडेंटिटी कार्ड बरामद किए हैं. इस गैंग की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में विदेशी नागरिकों के साथ हुई करीब 10 लूट की वारदातों को सुलझाया है.


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